भाग - 4 में, धीर ने राज को जेनी का सही नंबर नहीं बताया, जिससे राज को शक हुआ कि कहीं धीर उनके रिश्ते को लेकर संदेह में तो नहीं है। धीर ने बताया कि जेनी कहीं काम कर रही है, लेकिन उसने कार्यस्थल का नाम नहीं बताया। दर्पण ने कहा कि उस नाम की एक किचेन शॉप और शिक्षण संस्थान दोनों हैं, लेकिन राज को लगता है कि जेनी किचेन शॉप में काम कर रही होगी। राज ने दर्पण से कहा कि वह वहां जाकर पता कर ले, लेकिन राज को अपनी ड्यूटी के कारण तुरंत नहीं जा सकता। दर्पण ने कहा कि वह पता कर देगा। कुछ समय बाद, राज ने दर्पण को कॉल किया, लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ था। राज चिंतित था कि दर्पण क्यों कॉल रिसीव नहीं कर रहा। अंत में, राज ने छुट्टी लेकर लखनऊ जाने का फैसला किया और दर्पण से मिलने गया। दर्पण ने बताया कि वह एक बड़ी मुसीबत में फंस गया है और अब राज की मदद नहीं कर सकता। राज ने दर्पण से उसकी मुसीबत के बारे में जानने की कोशिश की, लेकिन दर्पण ने कहा कि उसे इस मामले में मदद नहीं कर सकता। राज को अब सोचना था कि वह जेनी का पता कैसे लगाएगा और दर्पण की समस्या क्या है। पहला एस एम एस - 4 by Lakshmi Narayan Panna in Hindi Love Stories 7 4.2k Downloads 6k Views Writen by Lakshmi Narayan Panna Category Love Stories Read Full Story Download on Mobile Description भाग-4धीर ने राज को सही नम्बर नही बताया । न जाने किस लिए ? राज सोंचने लगा कहीं वह उसके और जेनी के सम्बंध में कुछ शक तो नही करता । इसीलिए सही नम्बर नही बताया । धीर ने भले ही राज को गलत नम्बर दिया परन्तु उसने बातों बातों में बताया था कि जेनी कहीं जॉब कर रही है । पता तो नही बताया लेकिन कार्यस्थल का नाम बताया था । एक समस्या थी कि हो सकता है यह जानकारी भी गलत हो । दूसरी समस्या यह कि दर्पण ने बताया उस नाम की शॉप और शिक्षण संस्थान दोनो Novels पहला एस एम एस राज को हर पल जेनी की याद सताती है और तब राज को पश्चाताप होता अपने आप पर की उस दिन उसने जेनी को कॉल क्यों नही किया जब वादा किया था तो करना चाहिए था ।... More Likes This प्रेमपत्र - 1 by Vrishali Gotkhindikar युवी और नियु की कहाँनी - 1 by krick हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया - 2 by Rishabh Sharma राधे ..... प्रेम की अंगुठी दास्तां - 6 by Soni shakya सजा या साथ? - 1 by InkImagination Unexpected Love - 1 by Dark Moon मोहब्बत थी... या साज़िश ? 1 by parth Shukla More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories