my story with my pen by srishti tiwari in English Motivational Stories PDF

मेरी कहानी मेरी कलम से

by srishti tiwari in English Motivational Stories

सफलताएकदिनमेंनहींमिलतीइसेपानेमेंकईसालोंकीमेहनतऔरलगनलगतीहै।जबकोईनॉरमलइंसानयहकहताहैतोलोगतालियांबजाकरउसेप्रोत्साहितकरतेहैं।परंतुअगरकोईदिव्यांगकहताहैउसेकहाजाताहैकिपहलेतूतोठीकहोजाफिरदेखाजाएगा।कभीतानेतोकभीझूठीसहानुभूतिदेनातोजैसेइससमाजकादिव्यांगोंकेप्रतिमूलकर्तव्यहै।परंतुवहकिसीभीतानेकीपरवाहकिएबिनाआगेबढ़तेजातेहैं। जबमैंनेपुष्करकेप्रवीणशिक्षानिकेतनविद्यालयजानाशुरूकियाऔरतबलोगोंनेकहाकिइसेनॉरमलबच्चोंकेसाथक्योंडालाहै? इसकेलिएस्पेशलस्कूल्सहैं।परंतुनमेरेमाँपापानेकिसीकीसुनीऔरनहीमेरेभाइयोंऔरबहनोंनेमेरेप्रतिकोईभेदभावकियाबल्किहमेशामेरेसपनोंकेप्रतिएकमहत्वपूर्णभूमिकानिभाई।औरमैंनेसमाजकोपहलीपटकनीतबदीमैंराजस्थानकेहीनहींबल्किभारतकेसर्वप्रतिष्ठितविद्यालयोंमेंसेएकप्रायोगिकबहुउद्देशीयविद्यालयअजमेरकीप्रवेशपरीक्षामेंउत्तीर्णहुई।हांपरंतुपुरानेविद्यालयकोछोड़करनएविद्यालयमेंजानामुझेअखररहाथाक्योंकिएकडरथाकिइतनेबड़ेविद्यालयकेबालकबालिकाएंमुझसेदोस्तीभीकरेंगेयानहीं।यहांभीसभीमेरेअच्छेदोस्तबनगए।यहांकेसभीमित्रों, वरिष्ठोंवशिक्षकोंनेमेरीनसिर्फसहायताकीबल्किमुझेमेरेलेखनसेजुड़ेरहनेमेंभीसहायकबने।वहींकुछोंनेमेरामज़ाकबनानेमेंभीकोईकसरनहींछोड़ी।परंतुमेरेदोस्तोंनेमुझेप्रोटेक्टकरकेरखा। सृष्टिकाअर्थहोताहैरचना।कविताओंकीरचनायूंतोतीसरीकक्षासेहीशुरूकरदीथीपरंतुपहलेसिर्फहॉबीकेतौरपरलिखाकरतीथी।नजानेयेकबमेरीकलाबनगईपताहीनहींचला।मेरीपहलीऔरदूसरीकविताकेबीचलगभगचारवर्षकाअंतरालथा।अपनीदूसरीकवितासातवींकक्षामेंअपनीहिंदीकीअध्यापिकानेहामेमकीप्रेरणासेलिखीथी।पहलेमैंटूटीफूटीतुकबंदीकोहीकवितासमझतीथी।परंतुजबउसमेंसाहित्यकाशॉटलगातबजाकरसमझआयाकिकविताकीपिचपरकैसेखड़ेरहनाहै।इसमेंनेहामेमऔरमेरेभइयामेरेमार्गदर्शकबनेऔरउन्होंनेहीसिखायाकाव्यकोक्रमागतकरना।फिरयहकलमकभीचुपनहींहुई।परंतुलाइफजबतकझटकानहींदेतीतबतकआपबैकफुटपरहीखेलतेहो।लाइफमेंपहलीबारयॉर्करकासामनाकिया, मतलबबारहवींकक्षामेंकम्पार्टमेन्टआयाथातबमैंनेफ्रंटफुटआगेलियाऔरपासहोगई।अबपढ़ाईकीपिचपरडगमगातीहुईआगेबढ़रहीहूंऔरअभीसाइकोलोजीकीपढ़ाईजारीहै। आपसोचरहेहोंगेकिमैंकभीहारीनहीं।मैंएकबारनहींबल्किकईंबारहारीपरंतुउसहारकोजीतबनानेकेलिएमेरेभइयाहमेशामेरेसाथएकपार्टनरकीतरहमौजूदथे। परंतुजब3 फरवरी2022 कोजबहारीतोलगाकिबस! अबऔरनहींखेलपाउंगी।क्योंकिमेरेपार्टनरलाइफकीपिचकोहमेशाहमेशाकेलिएअलविदाकहगएथे।उसदिनमैंहारगईथीं।लगभगछःमहीनेबादमैंपहलीबारजीतीथी।अर्थात्मेरीपहलीकिताबप्रकाशितहुईथी, औरयहसबउसीपार्टनरकेआशीर्वादसेसंभवहोसकाहै।हालांकिइसजीतमेंकईलोगोंकायोगदानहैजैसेमेरेपरिवार, मेरेदोस्तों, मेरेआलोचकोंवइसतानेदेनेवालेसमाजका।परंतुमेरीइसजीत, इससफलताकाश्रेयमुख्यरूपसेदोलोगोंकोदेनाचाहुंगी, जिनकामेरीसफलतामेंसबसेबड़ाहाथहै।पहलेहैमेरेपार्टनरयानिमेरेभइयाऔरदूसरीहैवोपरीजोकभीभीमुझेभाईकीकमीमहसूसहीनहींहोनेदेतीहैयानिमेरीभाभी। सृष्टितिवाड़ी