Geeta se Shree Krushn ke 555 Jivan Sutra - 41 by Dr Yogendra Kumar Pandey in Hindi Motivational Stories PDF

गीता से श्री कृष्ण के 555 जीवन सूत्र - भाग 41

by Dr Yogendra Kumar Pandey Matrubharti Verified in Hindi Motivational Stories

गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है:-रागद्वेषवियुक्तैस्तु विषयानिन्द्रियैश्चरन्।आत्मवश्यैर्विधेयात्मा प्रसादमधिगच्छति।।2/64।।इसका अर्थ है,अन्तःकरण को अपने वश में रखने वाला कर्मयोगी साधक राग और द्वेष से रहित अपने नियंत्रण में की हुई इन्द्रियों के द्वारा विषयों का सेवन करता हुआ, अन्तःकरण की ...Read More