Geeta se Shree Krushn ke 555 Jivan Sutra - 44 by Dr Yogendra Kumar Pandey in Hindi Motivational Stories PDF

गीता से श्री कृष्ण के 555 जीवन सूत्र - भाग 44

by Dr Yogendra Kumar Pandey Matrubharti Verified in Hindi Motivational Stories

भाग 43 जीवन सूत्र 50 प्रलोभन और संकल्प के बीच युद्ध भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहा है:-इन्द्रियाणां हि चरतां यन्मनोऽनुविधीयते।तदस्य हरति प्रज्ञां वायुर्नावमिवाम्भसि।।2/67।। इसका अर्थ है,अपने-अपने विषयों में विचरती हुई इन्द्रियों में से एक ही इंद्रिय मन ...Read More