इन्दिरा प्रियदर्शिनी गाँधी के इस भाग में 'हरित क्रांति' और 1971 के चुनावों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। 1960 के दशक में कृषि कार्यक्रमों और सरकारी समर्थन के कारण भारत ने खाद्य उत्पादन में वृद्धि की, खासकर गेहूं, चावल, कपास और दूध में, जिससे देश खाद्य निर्यातक बन गया। इस प्रक्रिया को हरित क्रांति कहा जाता है। गाँधी ने 1971 के चुनावों में 'गरीबी हटाओ' का नारा दिया, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी गरीबों को समर्थन प्रदान करना था। यह कार्यक्रम कांग्रेस पार्टी की आंतरिक कमजोरियों के बावजूद गांधी के नेतृत्व में चलाया गया। कार्यक्रम का वित्तपोषण और विकास नई दिल्ली से किया गया, जिससे गरीबों के राजनीतिक मूल्य में वृद्धि हुई। इस प्रकार, यह कहानी इन्दिरा गाँधी के नेतृत्व में कृषि और सामाजिक नीतियों के विकास पर प्रकाश डालती है। इन्दिरा प्रियदर्शिनी गाँधी - 2 by Dholiya Mayur in Hindi Biography 2 1.9k Downloads 6.4k Views Writen by Dholiya Mayur Category Biography Read Full Story Download on Mobile Description 1960 के दशक में विशेषीकृत अभिनव कृषि कार्यक्रम और सरकार प्रदत्त अतिरिक्त समर्थन लागु होने पर अंततः भारत में हमेशा से चले आ रहे खाद्द्यान्न की कमी को, मूलतः गेहूं, चावल, कपास और दूध के सन्दर्भ में, अतिरिक्त उत्पादन में बदल दिया। बजाय संयुक्त राज्य से खाद्य सहायता पर निर्भर रहने के - जहाँ के एक राष्ट्रपति जिन्हें श्रीमती गांधी काफी नापसंद करती थीं (यह भावना आपसी था: निक्सन को इंदिरा चुड़ैल बुढ़िया लगती थीं), देश एक खाद्य निर्यातक बन गया। उस उपलब्धि को अपने वाणिज्यिक फसल उत्पादन के विविधीकरण के साथ हरित क्रांति के नाम से जाना जाता है। इसी समय दुग्ध उत्पादन में वृद्धि से आयी श्वेत क्रांति से खासकर बढ़ते हुए बच्चों के बीच कुपोषण से निबटने में मदद मिली। खाद्य सुरक्षा , जैसे कि यह कार्यक्रम जाना जाता है, 1975 के वर्षों तक श्रीमती गांधी के लिए समर्थन की एक और स्रोत रही। More Likes This श्री बप्पा रावल श्रृंखला - खण्ड-दो by The Bappa Rawal नेताजी की गुप्त फाइलें - भाग 2 by Shailesh verma श्री बप्पा रावल - 1 - तथ्यात्मक विश्लेषण by The Bappa Rawal नेपोलियन बोनापार्ट - विश्वविख्यात योद्धा एवं राजनीतिज्ञ - भाग 1 by Anarchy Short Story महाराजा रणजीत सिंह - परिचय by Sudhir Sisaudiya राजा महेन्द्र प्रताप सिंह: एक गुमनाम सम्राट - 1 by Narayan Menariya येल्लप्रगडा सुब्बाराव - 2 by Narayan Menariya More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories