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सर्दियों में सर्दी से कैसे बचें

                                           सर्दियों में सर्दी से कैसे बचें 

 

जाड़े के मौसम में अक्सर हम सर्दी या कॉमन कोल्ड के शिकार हो जाते हैं  . ऐसा  बच्चा , जवान और बूढा किसी के साथ हो सकता है   . इस मौसम में  अस्पताल या डॉक्टर से मिलने का मुख्य कारण ज्यादातर कॉमन कोल्ड ही होता है  . हवा में अनगिनत सूक्ष्म कीटाणु होते हैं जिन्हें हम  देख तो नहीं पाते हैं , पर अक्सर सर्दी या कुछ अन्य इन्फेक्शन के कारण यही कीटाणु होते हैं  . कॉमन कोल्ड ज्यादातर सर्दी के मौसम में होता है पर यह किसी भी मौसम में हो सकता है  . 


सर्दी या कॉमन कोल्ड  के लक्षण - आमतौर पर छींक आना , नाक से पानी आना , गले में खरोंच या खराश , खांसी , बुखार , थकावट , कान में दर्द आदि इसके सिम्प्टम हैं  . 


सर्दी , फ्लू और covid 19 के समान सिम्पटम्स - साधारणतया तीनों के लक्षणों में बहुत कुछ समानता है  . इसलिए अक्सर लोगों का  शक होना कि कहीं यह covid 19 तो नहीं स्वाभाविक है  . रिनो  वायरस , पारा इन्फ्लूएंजा वायरस , इन्फ्लूएंजा वायरस ,  RSV ( respiratory  syncytial virus ) और नए  कोरोना वायरस सभी  के सिम्पटम्स बहुत कुछ मिलते हैं  . इनके उपचार के पहले टेस्ट कर जान लेना जरूरी है  . वैसे जैसा कि हम जानते हैं सर्दी की कोई दवा नहीं है पर RSV के लिए एंटीबायोटिक और फ्लू के लिए एंटीवायरल दवा डॉक्टर की सलाह पर ही लेनी  चाहिए  . अगर यह covid 19 वायरस है तब तो डॉक्टर की सलाह पर उपचार अत्यंत आवश्यक है  . 


अगर यह कोरोना या फ्लू नहीं है - ऐसा नहीं है कि अगर किसी को कोरोना या फ्लू नहीं है और कॉमन कोल्ड ही है तो वह बिल्कुल स्वस्थ और स्वतंत्र है  . ऐसे में भी रोगी को घर से बाहर नहीं जाना चाहिए  . सभी प्रकार के वायरस का प्रसार लगभग समान विधि से होता है - एक संक्रमित व्यक्ति के द्वारा छोड़े गए ड्रॉप्लेट्स से जो छींकने , खाँसने या बोलने से हवा में तैरते हुए आप तक आसानी से पहुँच जाते हैं या फिर ड्रॉप्लेट्स के किसी सतह  ( दरवाजे , लिफ्ट आदि ) पर गिरने के बाद  दूसरे व्यक्ति का हाथ उसी सतह पर पड़ने के बाद  उसके आँख , मुँह या नाक छू लेने से  . एक बार वायरस शरीर में प्रवेश कर लेता है तो बाद में वह अपना प्रारूप तैयार कर अपनी संख्या बढ़ाते जाता है और शरीर के इम्यून सिस्टम से इनकी लड़ाई होती है  . हमारा इम्यून सिस्टम इन पर विजय प्राप्त कर लेता है यदि हम सक्षम हैं  . अगर हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हुआ तब वायरस हम  तक आसानी से पहुंच सकता है  . मजबूत इम्यून सिस्टम भी सभी वायरस को भगाने में सक्षम नहीं हो सकता  है  . 


कॉमन कोल्ड के वायरस - वैसे इसके लिए सिर्फ कोई सिंगल वायरस उत्तरदायी नहीं है  .200 से ज्यादा प्रकार के वायरस  कॉमन कोल्ड के लिए उत्तरदायी हैं हालांकि इनमें 35 % से भी कम रिनो वायरस हैं जिन्हें मुख्यतः सर्दी का कारण माना है जाता है  . अनेक प्रकार के वायरस के चलते सर्दी आसानी से पकड़ लेता है पर उसका ट्रीटमेंट सहज नहीं है  या इसकी कोई दवा नहीं है कहना भी गलत नहीं होगा  .  


क्या सर्दी के मौसम में आपको सर्दी हो सकती है - लोगों को जाड़े के मौसम में ( कोल्ड सीजन ) ज्यादातर सर्दी या कॉमन कोल्ड की शिकायत होती है इसलिए इसे कोल्ड कहा जाता है   .  कुछ हद तक यह ठीक है जबकि सही मायने में यह वायरस किसी भी मौसम में हो सकता  है  . सर्दी के मौसम में ज्यादातर हम घर में रहते हैं जिससे परिवार के अन्य सदस्यों के सम्पर्क में ज्यादा रहते हैं इसलिए पर्सन टू पर्सन यह आसानी से फ़ैल सकता है  .  


क्या हम अपनी सर्दी दूसरे को दे सकते हैं - सर्दी के लिए पहले तो वायरस के संपर्क में आना जरूरी है  . संक्रमण के दो रास्ते हैं - श्वास द्वारा या फिर संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से  . दरअसल संक्रमण के स्पष्ट  सिम्पटम्स दिखने के एक या दो दिन पहले से ही संक्रमित व्यक्ति दूसरे को संक्रमित कर सकता है  . वह व्यक्ति बोलने , खांसने या छींकने के दौरान ड्रॉप्लेट्स हवा में छोड़ता है  . यह  वायरस दूसरे व्यक्ति में श्वास द्वारा  सीधे उसके शरीर में प्रवेश करता है  . इसके अतिरिक्त अगर संक्रमित आदमी के ड्रॉप्लेट्स किसी सतह पर गिरते हैं या वह अपनी नाक , मुंह या आँख छूने के बाद किसी  चीज को छूता है और कोई दूसरा व्यक्ति उसी चीज  को स्पर्श कर अपने हाथों से मुंह , नाक और आँख को छूता है तो वायरस उसके शरीर में प्रवेश करता है  . 


ख़ुशी की बात यह है कि कोविड के दौरान संक्रमण को ले कर लोगों में सतर्कता और जागरूकता काफी बढ़ गयी है  . अब लोग कीटाणु या जर्म्स फैलने के प्रति ज्यादा सावधानी बरतते हैं  . अब लोगों में हाथ धोने , मास्क पहनने और जानबूझ कर किसी अन्य द्वारा यूज्ड सरफेस को न छूने की प्रवृत्ति  बढ़ गयी है  . लोग अपने बच्चों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं  . 


बड़ों  की तुलना में बच्चों को सर्दी ज्यादा क्यों होती है - देखा गया है कि इनफैन्सी से प्री स्कूल तक बच्चे एक साल में आठ से दस बार कॉमन कोल्ड के शिकार होते हैं और उनसे कुछ बड़े स्कूल जाने वाले बच्चे छः से आठ बार  .  छोटे बच्चों में  छींकने या खांसने के समय मुंह को ढकने की आदत नहीं होती है या मुंह और नाक को छूने के पहले और बाद में हाथ धोने की आदत नहीं होती है इसलिए वे एक दूसरे में संक्रमण आसानी से फैला सकते हैं .  


सर्दी से बचने के उपाय और उपचार - 


क्लोज्ड स्पेस ( बंद कमरे या जगह  जैसे लिफ्ट के अंदर )  में यथासंभव न रहें और यदि आवश्यक हुआ तो सावधान रहें  . बंद कमरे में ज्यादा लोग है तो मास्क का उपयोग करें  . 


यथासंभव संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में न आएं  . 


पब्लिक प्लेस में किसी सतह ( डोर हैंडल , सीढ़ी , लिफ्ट , एस्केलेटर, स्विच  आदि ) को छूने से बचें या सावधानी  बरतें और छूने के बाद हाथ साबुन से धो लें या सैनिटाईज़ करें   . इन  जगहों पर संक्रमित व्यक्ति द्वारा छोड़े गए वायरस की संभावना रहती है   . संभव है तो कमरे की खिड़की खुली रखें , फैन चलाएं या एयर फिल्टर का उपयोग करें  . 


छींकने या खांसने समय मुंह और नाक को ढक कर रखें या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें   . इसके बाद हाथ को साफ़ कर लें   . 


अनावश्यक मुंह , नाक और आँख को स्पर्श न करें   . 


संक्रमित व्यक्ति के निजी सामान शेयर न करें , जैसे - तौलिये , खाने के बर्तन , चश्मे , बिस्तर आदि   . 

 
चूंकि कॉमन कोल्ड वायरस के कारण होता है और इसके उपचार में खास कर हमारा इम्यून सिस्टम ही काम आता है और इसमें  हमारा समुचित पोषण , विश्राम , हायड्रेशन और अन्य सपोर्टिव ट्रीटमेंट  मददगार होता है  . 


पॉलेन से एलर्जी हो सकती है   . सीजनल पॉलेन से बचने के लिए कमरे की खिड़की दरवाजा बंद रखें , बाहर निकलना हो तो मास्क पहनें   . 


कुछ बिना प्रिस्क्रिप्शन की दवाएं भी सर्दी से होने वाली तकलीफ ( बुखार , दर्द ) को कम कर सकती हैं या सर्दी की अवधि को कम कर सकती हैं  . 


उपरोक्त सावधानी के साथ आदमी कोल्ड से कम समय में स्वयं एक सप्ताह में ठीक हो सकता है  . हाँ अनावश्यक बाहर जाने से बचना चाहिए वरना हम दूसरों  संक्रमित कर सकते हैं  . 


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