Ekza the Story of Death - 9 books and stories free download online pdf in Hindi

एकजा द स्टोरी ऑफ डेथ - 9

जहा एक तरफ शिवाय और उसके दोस्त गहरी नींद में थे, वही एक तरफ कुछ ऐसा होने वाला था जिससे सबके रोंगटे खड़े होने वाले थे।
वही अजबगढ़ के पास के एक गांव में नयी नयी शादी के बाद उन दोनों की पहली रात थी।
लड़की कमरे में बेड पर आराम से घूँघट में बैठी थी , तभी उसके कमरे का दरवाजा बाहर से खोला गया। दरवाजा खोलने वाला इंसान उस लड़की का पति था उसने अपने कदम कमरे में बढ़ाये और कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया। धीरे - धीरे वो अपनी पतनी के पास जा कर बैठ गया और कहा आज हमारी शादी की पहली रात है और मैं ये रात यादगार बनाना चाहता हूँ ये कहते हुए उसने उस लड़की का घूँघट उठाया , वही वो लड़की अपने पति को देख कर शर्माने लगी। फिर लड़ने ने लड़की के हाँथ को चूमा जिससे शर्मा कर लड़की पीछे हो गयी। तभी लड़का लड़की के करीब आ कर उसके गालो को चूमते हुए बोला "हम पति है तुम्हारे , हमसे क्या शर्माना। " फिर दोनों ने एक दूसरे के बदन से कपड़े अलग कर दिए , और एक दूसरे को प्यार करने लगे और धीरे - धीरे दोनों एक दूसरे में खो गए। कमरे की मंद रौशनी में सिर्फ उनके प्यार की आवाज ही सुनाई दे रही थी।
तभी अचानक से कमरे की खिड़की जोर - जोर से बजने लगी , वो दोनों एक -दूसरे में इतना खोये हुए थे कि उन्होंने ध्यान ही नहीं दिया।
तभी खिड़की से कुछ चिपचिपा सा द्रव अंदर आने लगा और धीरे - धीरे उस द्रव ने एक इंसान कि आकृति ले ली। लेकिन वो आकृति इअतनी भयावहि थी कि कोई भी देख के दर जाये , उसके ऊपर से टपकता वो द्रव किसी चिपचिपी वस्तु कि तरफ लग रहा था।
वो भयवाही आकृति अब उन दोनों को प्रेम क्रीड़ा करते हुए देखने लगी। अचानक से उस द्रव से बनी आकृति ने उस लड़के को वह से हवा में उठा लिया और देखते -देखते बिना आवाज के वो लड़का हवा में ही मर चूका था क्यूकी उस आकृति ने उसकी गर्दन को उससे दूर कर दिया था ।
वही बेड पर लेती उसकी पतनी कि आँखे बंद थी और उसने कहा क्या हुआ तुम रुक क्यू गए। तभी उसे अपने पैरो से ऊपर आती हुए कुछ महसूस हुआ। क्यूकी उस लड़की की आँखे अभी भी बंद थी और कमरे कि काम रौशनी में उसे कुछ पता ही नहीं चला।
फिर उस आकृति ने उसे निचे से ऊपर आते हुए जोर - जोर से चूमने लगा , उसे कुछ अजीब महसूस हुआ लेकिन फिर उसे लगा ये उसका वजह है और वो उस आकृति कि मर्जी होने देने लगी जब वो आकृति उस लड़की के वक्ष तक पहुंची तो उस लड़की को जोर से दर्द का एहसास हुआ। उसने कहा ये क्या कर रहे हो , ऐसे भी कोई करता है क्या , वो आकृति धीरे - धीरे उस लड़की के शरीर से खेलने लगी। उस आकृति ने उसके वक्ष को इअतने जोर से मसला जिससे उस लड़की कि तेज चीख निकल गयी। उसने अपने आप को छुड़ाने कि कोशिश कि लेकिन वो आकृति उसे छोड़ने को तैयार नहीं थी तभी उस लड़की ने अपने हांथो से साइड में लगे लैंप के स्विच को दबाया और जब उसने अपने ऊपर अपने पति को ना देख के एक भयंकर आकृति को देखा तो वो जोर - जोर से चिल्लाने लगी। उस आकृति ने उसके पुरे शरीर को चारो तरफ से
जकड़ रखा था। उस लड़की के गुप्त भाग को भी बड़ी बेरहमी से उस आकृति ने बहुत क्षतिग्रस्त क्र दिया। जिससे उस लड़की के प्राण निकल गए।
फिर वो आकृति जैसे उस कमरे में प्रवेश करके आयी थी वैसे ही बाहर निकल गयी। वही लड़की कि चीख जब आस -पास के लोगो ने सुनी तो उन्हें लगा वहम है क्यूकी आज तक सब शांत था उस गांव में जब से वो महल बंद किया गया था। लेकिन किसी को नहीं पता था वो दरवाजा खुल चूका है , जिसमे सिर्फ और सिर्फ बुरी आत्माओ का राज है। या यू कहे उस श्राप कि वजह से सब बर्बाद हो चूका था। कुछ देर बाद सब शांत हो गया। क्यूकी उनकी शादी कि पहली रात थी ऊपर से शादी कि वजह से लड़के के माँ बाप पास के गांव में गए हुए थे अपने रिश्तेदारों के घर सामान देने के लिए गए हुए थे तो वो दोनों घर में अकेले थे और आस पास के लोग भी रेशम करके अपने - अपने घर जा चुके थे । वही लेक के माँ बाप वापिस आने वाले थे कि उनके किसी रिश्तेदार ने कहा - रत हो चुकी है सुबह चले जाना। इसपे लड़के के माँ बाप भी मान गए क्यूकी आज उनके बेटे की शादी कि पहली रात थी। पर उन्हें क्या पता था वो रात उनके बेटे और बहु कि आखरी रात होगी। अगले दिन , सुबह जब उस लड़के के माँ बाप घर आये तो अपने बेटे को बाहर न देख कर उन्हें लगा वो सो रहे होंगे , तभी उस लड़के कि माँ ने कहा मैं बुलाती हूँ। तब उस औरत ने अपने बेटे को आवाज लगते हुए कहा बेटा सुबह हो गयी, हम आ गए। बाहर आओ लेकिन किसी कि कोई आवाज नहीं आयी। तभी उस औरत ने अपने पति को घबराते हुए कहा ये बाहर क्यू नहीं आ रहे।
वही आप -पास के लोग उनकी आवाज सुनके आये और उनसे पूछा क्या हुआ। इसपे उस औरत ने कहा ये दरवाजा नहीं खोल रहे मुझे घबराहट हो रही है अब। इसपे पास में खड़ी एक औरत ने कहा अरे लीला कल ही तो उनकी शादी हुए है क्या पता कब सोये हो। ये बोल कर वो औरत और आस पास के लोग हसने लगे। अपनी पतनी को घबराता देख उसके पति ने कहा मैं देखता हूँ , फिर दोनों ने साथ में आवाज लगायी। इअतनी आवाज के बाद भी जब कोई जवाब नहीं आया तो सबके चेहरे का रंग उड़ गया। आस पास के आदमियों ने कहा - ये तो बड़ी अजीब बात है इतनी आवाज के बाद भी आपका बेटा बाहर नहीं आया। इसपे किसी ने कहा हमे ये दरवाजा थोड़ के देखना चाहिए। इसपे सबने हां भरी और दरवाजा थोड़ दिया। दरवाजा तोड़ने के बाद , जब सबने अंदर देखा तो उनके होश उड़ गए इतना खौफनाक नज़ारा देख के।

क्या ये सब उस दरवाजे के खुलने कि वजह से हुआ ?
क्या ये शुरुआत है मौत की ?
जानने के लिए पढ़ते रहे -"एकजा "