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@ershrikardixit9152
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I am a Story Writer,Song Writer and Singer,
इश्क़ आदत से इबादत ना बने, ये सब कुछ बने बस राहत ना बने,हों महफिलें तो बने ना सुकूं,गर वो तन्हाई में आयत ना बने, लफ्ज़ बन जाए भले गीत बने बिन धुन का,मासूम दिल के लिए ये इश्क़ शरारत ना बने -Shrikar Dixit
अब रूठे हो तो रूठे रहो,मनाने का हुनर खो चुका हूं मैं,मेरी आंखों में अब नहीं आती है नमी,तेरी यादों में बेशुमार रो चुका हूं मैं। -Shrikar Dixit
गवाही वक्त देगा तेरे गुनाहों की,इंसान माफ कर भी दे,वक्त माफ नहीं इंसाफ ज़रूर करता है। -Shrikar Dixit
कोई आहट ना हुई, कपकपाहट ना हुई,बेदर्द दर्द में छोड़कर भी तुझको राहत ना हुई,फिर मेरे ज़ख्म पर मरहम ना लगाओ तुम,मैं तो डूबा रहा तुझमें,मगर तुझको मेरी आदत ना हुई😢✍️ -Shrikar Dixit
दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज़ पैसा है।कैसा भी इंसान हो उसे आकर्षित कर ही लेता है। -Shrikar Dixit
मोहब्बत बहुत बदनाम चीज है दुनिया में,और जो ख़ुद ही बदनाम हो वो नाम क्या ही होने देगी। -Shrikar Dixit
मैं समंदर था दर्द मुझमें समाता चला गया,लोगों ने कंकड़ फेंके भी मुझमें,मगर फिर भी मैं मुस्कुराता चला गया -Shrikar Dixit
किसी को खोने का डर नहीं, किसी को पाने की उम्मीद नहीं,दर्द से एक बात समझ चुका हूं मैं,ये दिल इंसानों से लगाने की चीज़ नहीं -Shrikar Dixit
ज़रूर कयामत से आई होगी वो, तूफान की तरह सब उजाड़ कर चली गई। -Shrikar Dixit
उसके बिछड़ते ही हम बिखर गए, जैसे फूल किसी डाली से उतर गए, हिफाज़त भी की दिल की,फिर भी जीते जी ही मर गए। -Shrikar Dixit
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