Bhuli Bisri Khatti Meethi Yaade (Part 28) by Kishanlal Sharma in Hindi Biography PDF

भूली बिसरी खट्टी मीठी यादे (पार्ट 28)

by Kishanlal Sharma Matrubharti Verified in Hindi Biography

उन दिनों सिनेमा हॉल हर जगह नही होते थे।खान भांकरी छोटा स्टेशन था।कोई दुकान नही थी।रेल्वे स्टाफ को सामान लेने के लिए बांदीकुई या दौसा जाना पड़ता था।सिनेमा हॉल जयपुर में ही था।और हम लोग यानी मैं और पत्नी ...Read More