kavyani by Girvaani Pranikyaa in Gujarati Poems PDF

Kavyani

by Girvaani Pranikyaa in Gujarati Poems

एक नगमा तुम्हे सुनाता हूँ एक नगमा तुम्हे सुनाता हूँ हर किस्सा तुम्हे दिखलाता हूँ जीवन की राह पर आज चलना तुम्हे सिखाता हूँ एक नगमा तुम्हे सुनाता हूँ पंछी का गीत सुनाता हूँ ...Read More