Apathy by Hemlata Yadav in Hindi Poems PDF

वैराग

by Hemlata Yadav in Hindi Poems

वैराग क्षणभंगुर नश्वर संसार उत्पन्न करता मन में वैराग मोह से मुक्ति का मोह क्या नहीं यह प्रेम का ही राग? अपेक्षाओं के प्रलोभनों में यथार्थ के कोलाहल से क्या संघर्ष समापन है वैराग? सुख दुख के ...Read More