इश्क़ आख़िरी - Novels
by Harshali
in
Hindi Love Stories
आकाश के कदम अपने आप ही अमृता के कमरे की और बढ़ने लगे , उसने कुछ सेकेंड्स तक अमृता को बड़े प्यार से देखा फिर आकाश ने हल्के से अमृता की बालों की वो लट जो उसकी आंखों पर ...Read Moreउसको पीछे कर दिया। यहां से शुरुवात होती है आकाश और अमृता की प्रेम कहानी की । दोनो भी एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे । आकाश का मानना था की सभी लड़कियां बस पैसों पर मरती है लेकिन अमृता ने उसकी वो सोच पूरी तरह से बदल दी । फिर एक दिन आकाश को बिजनेस मैं इतना बड़ा
आकाश के कदम अपने आप ही अमृता के कमरे की और बढ़ने लगे , उसने कुछ सेकेंड्स तक अमृता को बड़े प्यार से देखा फिर आकाश ने हल्के से अमृता की बालों की वो लट जो उसकी आंखों पर ...Read Moreउसको पीछे कर दिया। यहां से शुरुवात होती है आकाश और अमृता की प्रेम कहानी की । दोनो भी एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे । आकाश का मानना था की सभी लड़कियां बस पैसों पर मरती है लेकिन अमृता ने उसकी वो सोच पूरी तरह से बदल दी ।
शाम को अमृता और उसके मां पापा बनारस उनके घर पहुंच चुके थे । जैसे ही अमृता ने उनका घर देखा उसकी आंखें खुली की खुली रह गई , अक्षरा ने मन मैं कहा यह घर है या फिर ...Read Moreहोटल ! इतना बड़ा घर ! और ये गार्डन ये इतना बड़ा है की इस मैं और एक घर बस जाए ! और ये दरवाजा ये कितना बड़ा है ! अमृता ने मन में सोचा कि बाहर से नजारा ऐसा दिख रहा है तो अंदर का घर कितन बड़ा होगा ! देखते ही देखते अमृता और उसके माँ पापा उनके
डिनर होके के बाद सोनाली ने कहा , " चलो अमृता मैं तुम्हे मेरा कमरा दिखाती हूं , थोड़ी देर वहा बाते करते है । ठीक है दीदी ,अमृता ने कहा और दोनों वहा से चली गई । ऊपर ...Read Moreके कमरे में वो दोनो बाते कर रही थी । तभी सोनाली ने कहा तुम ज्यादा बात नहीं करती क्या ? मतलब ....सोनाली ने अपनी बात पूरी भी नही की थी तभी सोनाली की बात को काटकर अमृता बोली," ऐसा कुछ नही है दीदी वो में अभी यहां किसी को अच्छे से जानती नही हूं ना तो थोडासा .... हम्म्
सोनाली से बात कर के अमृता अपने रूम में सोने के लिए चली गई । आधी रात को अमृता की आंख खुली , ये इतनी गर्मी क्यों लग रही है , अमृता ने देखा , स्विच तो ऑन है ...Read Moreएसी क्यों नहीं चल रही अमृता ने नींद में ही कहा । उसने लाइट का स्विच ऑन किया तब उसको पता चला कि लाइट गई हुई है । ओ नो इस लाइट को भी अभी जाना था आधी रात को , पानी भी नहीं है बोटल में अभी किचन से लाना होगा । अमृता अपने रूम से बाहर आ जाती
तभी सोनाली सबके लिए मैगी लेके आती है । आकाश आओ तुम भी खाओ ना , सोनाली ने आकाश को बुलाते हुए कहा ,"नहीं मुझे नहीं चाहिए तुम तीनों खाले , मुझे एक इंपोर्टेंट कॉल करना है , में ...Read Moreकरके आता हूं " ये बोलकर आकाश वहा से चला गया और ऊपर उसके रूम के सामने जा कर कॉल करने लगा । खाते हुए मानव ने पूछा , " वैसे अमृता तुम करती क्या हो ? " तभी अमृता ने जबाव दिया मैने एमबीए किया है । ग्रेट , एमबीए किया है तो तुम्हे बिजनेस मैं भी इंटरसेट होगा
अरे दीदी आप विश्वास नहीं करोगे की मैने अभी अभी क्या देखा है ! अब बस हुआ अपनी ओवरएक्टिंग बंद कर और बता क्या बात है सोनाली ने मानव से कहा । अरे दीदी वो मेरा फोन नीचे हॉल ...Read Moreही रहे गया था , इसलिए मैं अपने कमरे से बाहर निकला तो मैने देखा की , भाई अमृता के कमरे के बाहर खड़े रहकर उसको घूरे जा रहे थे , और तो और वो उसके कमरे भी गए और........मानव बोलते बोलते चुप हो गया तभी सोनाली बोली क्या ? क्या किया आकाश ने ? कमरे में गया फिर ?
अमृता प्लीज ये काम कोई और कर देगा तुम मत करो , तुम्हे मदत करनी ही है तो मां की करो किचन में ! आकाश इतने प्यार से और सॉफ्ट टोन मैं बोल रहा था की अमृता उसके बात ...Read Moreटाल नहीं सकी और वो किचन में चली गई । अमृता के जाने के बाद आकाश भी अपने रूम की और चलने लगा ।दूर खड़े मानव और सोनाली ये सब देख रहे थे , और एक दूसरे की तरफ देख कर स्माइल कर रहे थे । तभी वहा आकाश आ जाता है , तुम दोनों ऐसे स्माइल क्यों कर रहे
एक काम करते है दीदी , हम दोनो पीछे बैठ जाते है अमृता को आगे बैठने देते है । भाई के साथ ! अरे नहीं तू आकाश के साथ आगे बैठेगा और मैं और सोनाली पीछे बैठेंगे सोनाली ने ...Read Moreसे कहा । लेकिन दीदी क्यों मानव ने सवाल करते हुए कहा । देख मुझ पर भरोसा रख , ये एक प्लान है , सोनाली ने एक शरारती स्माइल के साथ कहा । ।तभी आकाश वहा कार लेकर आ जाता है , सोनाली पीछे वाली सीट पर बैठ जाती है और मानव आगे वाले सीट पर बैठ जाता है ,
आकाश उस जाती हुई कार को तब तक देखते रहता है जब तक की वो उसकी आंखों से ओझल नहीं हो जाती , कार में बैठी हुई अमृता कार के साइड मिरर से , खड़े हुए आकाश को देख ...Read Moreथी उसके चेहरे पर अनजाने में एक मुस्कान आ जाती है ।शाम को अमृता मानव और सोनाली घर आ जाते है । तभी हॉल में बैठे दादा दादी ने अमृता से पूछा , अरे बेटा देख लिया बनारस कैसा लगा ? और कहा कहा गए थे ? तभी अमृता ने दादी के बगल में बैठते हुए कहा , " दादी
आकाश ने अपने दिल पे हाथ रख कर मन में सोचा , ये मेरा दिल इतनी जोरों से क्यों धड़क रहा है ,आकाश ने एक नजर अमृता की और देखा , कमरे की लाइट्स अभी भी जल रही थी ...Read Moreपहले आकाश ने अमृता के चेहरे पर से किताब उठाकर साइड के टेबल पर रख दी , उसने देखा तो वो एक लव स्टोरी की किताब थी , अच्छा तो इसको लव स्टोरी पढ़ना पसंद है आकाश ने मन में ही सोचा । आकाश ने देखा की आज अमृता की बालों की लट उसके चेहरे पर नही थी , उसने
आकाश फिर से अमृता को एक टक देखने लगता है , और उसको आवाज लगाकर उठाने की कोशिश करता है लेकिन अमृता पर दवाई का असर कुछ ज्यादा ही हुआ होता है । आकाश मन मैं ही सोचता है ...Read Moreक्या कब मुझे अमृता को अपने गोद में उठा कर उसके कमरे में सुलाना पड़ेगा ! ! ! अगर मैंने अमृता को मेरी गोद में उठाया और इसकी आंख खुल गई तो , क्या सोचेगी मेरे बारे में ! कही मुझे गलत न समझ ले , , , , लेकिन मैं अमृता को ऐसे भी तो नहीं छोड़ सकता ना
बारिश का मौसम था । बाहर जोर दार बारिश हो रही थी । और उसी बारिश में रेवा अपनी जान बचाने के लिए भागे जा रही थी। उसके पीछे ५/६ लोग पड़े हुए थे जिनके नजरों मैं हवस साफ ...Read Moreदिख रही थी। रेवा इतनी थक चुकी थी की अब धीरे धीरे अपने होश खो रही थी। भागते भागते रेवा का पैर नीचे एक पत्थर से टकरा गया वो गिरने ही वाली थी की किसी ने उसे थाम लिया और अपनी बाहों मैं भर लिया। जैसे ही उन आदमियों ने उस शक्स को देखा सभी के पसीने छूटने लगे और
अमृता अब नर्वस हो रही थी , अमृता पीछे दीवार से लग कर खड़ी हो गई , आकाश ने एक हाथ अमृता के सिर के नीचे रखा , और उसके आंकों में देखने लगा ।पता नही क्यों लेकिन अमृता ...Read Moreसे दूर नही जाना चाहती थी , आकाश का यूं ऐसा करीब आना उसके दिल को सुकून दे रहा था , ऐसा क्यों हो रहा था ये अमृता के समझ के बाहर था । तभी आकाश अमृता के और करीब आता है और उसके कान की तरफ अपने ओठ करके बोलता है , , , वैसे तुम्हे एक बात बता
यही अमृता जी की आगे के बाद मेरे वजह से तुम्हारे आंखो मैं कभी भी आसू नही आयेंगे , , आकाश ने सीरियस हो कर अमृता से कहा । इस बात पर अमृता सिर्फ मुस्कुरा दी । वैसे तुमने ...Read Moreनही की कल रात मैं मेरे रूम में कैसे आई, में तो तुम्हारे साथ नीचे थी और तभी मेरी आंख लग गई अमृता ने आकाश से कहा । वो अमृता मैने ही तुमको तुम्हारे रूम में सुलाया था , मैने तुम्हे आवाज भी लगाई थी लेकिन शायद उस मेडिसिन का असर कुछ ज्यादा ही हुआ था , आकाश ने अमृता
अभी कुछ देर पहले मुझे अंडरेस्टीमेट कर रही थी ना की में खाना नहीं बना सकता अब देखो मैं तुम्हे खाना बनाके दिखाता हूं । तुम बस मुझे ये बताना की कौनसी चीज़ कहा रही है , आकाश ने ...Read Moreको वहा खुर्सी पर बिठाते हुए कहा । बाय द वे बनाना क्या है ? आकाश ने पूछा । लो जनाब चले है मास्टरशेफ बनने और क्या बनाना है ये ही पता नहीं है , अमृता ने आकाश को ताना मारते हुए कहा । ठीक है ठीक है मारिए जितने ताने मारने है , बस ये खाना बन जाए एक
ये सब प्यार की कहानियां ये हमारी इमेजनरी दुनिया है जो हमने क्रिएट की है ये लव स्टोरीज , सीरियल्स एंड मूवीज देख कर , असल जिंदगी मैं ये सब नहीं होता अमृता , , आकाश ने अमृता से ...Read More। नहीं ये सब असल जिंदगी मैं भी होता है , तुम्हे जब किसी से प्यार होगा ना तब तुम्हे पता चलेगा , अमृता ने कहा । हम प्लीज ये टॉपिक क्लोज करते है ना अमृता खाना ठंडा हो रहा है ना आकाश ने अपनी नजरे अमृता से छुपाते हुए कहा । लेकिन शायद अमृता समझ गई थी की कुछ
अमृता अपने रूम में गई और नीचे आकर आकाश को कंबल ओढ़ा कर फिर से अपने रूम मैं तैयार होने के लिए चली गई ।कुछ देर बाद आकाश की आंख खुली । शायद मैं काम करते करते ही सो ...Read More, और ये कंबल ? ? आकाश ने उठते हुए कहा । ओ . . . तो अमृता यहां आई थी , और ये कंबल ! इस मैं से तो लेडीज परफ्यूम की खुशबू आ रही है , कुछ पल के लिए तो ऐसा लगा की अमृता मेरे बाहों में . . . उफ़ ये मेरे ख्वाब !! आकाश ने
आकाश देखता है तो पाता है की एक लड़का जो गाड़ी चला रहा होता है और उसके दोस्त जो की उसके साथ बैठे हुए होते है वो अमृता की और देख रहे होते है । आकाश ने जैसे ही ...Read Moreनोटिस किया , आकाश ने अपने कार के विंडो का शीशा ऊपर ले लिया । क्या हुआ विंडो क्यों बंद किया , कितनी अच्छी नेचरल हवा आ रही थी , इस सब से अंजान अमृता ने आकाश से कहा । वो ऐसेही , हर बात तुम्हे बताना जरुरी है क्या और अब ये विंडो बंद ही रहेगा आकाश ने थोड़े
ab meri koi bhi novel matrubharti par nhi ayegi . aap meri novels pratilipi aur pocket novel par padh sakte hai . वेरियस वारायटीज मिलती है यहा , तुम्हे भी अगर कुछ चाहिए हो तो यहीसे ले लेना " ...Read Moreआकाश ने शॉप में जाते हुए अमृता से कहा । "ओके , अभी दी की सगाई है ना उसके लिए कुछ लेते
आकाश और अमृता के बीच ये सब जो हो रहा था , इस सबको शब्दों में बयां करना उन के लिए मुश्किल था । लेकिन हां उन दोनों के बीच एक अनोखा रिश्ता जरूर बन रहा था । कुछ ...Read Moreबाद , आकाश ने एक ढाबे के बाहर कार खड़ी करदी । " "तुम्हे भूख लगी होगी ना , कुछ खा लो ",आकाश ने कहा । कुछ खा लो मतलब ? तुम्हे नही खाना ?", अमृता ने सवाल करते हुए कहा । "नहीं, मुझे पता नही क्यों भूख नहीं लग रही , शायद रोज़ की हैबिट हो चुकी है बारा
"वैसे अगर तुम बुरा ना मानो तो एक बात पूछूं ?", अमृता ने आकाश से पूछा। "हा , बोलो ना क्या पूछना है , डोंट हैसिटेट , मुझे लगा की हम फ्रेंड्स है , फ्रेंड्स से भला कोई परमीशन ...Read Moreहै ! उनको तो ऑर्डर दिया करते है", आकाश ने कहा । "आज घर पे जब मैं प्यार के बारे में बात कर रही थी तो तुम बहुत डिस्टर्ब लग रहे थे , कुछ हुआ है क्या ? ", अमृता ने आकाश से धीमी आवाज में पूछा । ये सवाल सुनते ही आकाश खड़ा हो जाता है । " क्या
वैसे अब तो टाइम भी हो चुका है , और डिनर करने के बाद ना तुम्हे नींद भी आयेगी तो कार में सो जाना थोड़ी देर , घर जाने में थोड़ा टाइम तो लगेगा ही ", आकाश ने अमृता ...Read Moreकहा । अमृता ने भी झट से हां कर दी । डिनर करने के बाद आकाश और अमृता घर जाने के लिए निकल गए । आकाश ने हल्की आवाज मैं गाना शुरू किया । अमृता कार के विंडो से बाहर का नजारा देख रही थी , अमृता के वो हवा में लहराते बाल उसकी आंखो पर आ रहे थे और