हमसफर. - Novels
by Deva Sonkar
in
Hindi Love Stories
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
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अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अभिमन्यु अहलावत जिसकी जिंदगी में परिवार से ऊपर कुछ नहीं...और अपने परिवार के अलावा किसी पर भरोसा नहीं...लेकिन नफरत है अपने पिता से पर क्या हो जब मिलेगी इनसे अर्पिता जोशी...जिसकी दुनिया सिमटी है अपने पिता अपने बेटे और ...Read Moreदोस्त में...जो सिर्फ अपने परिवार के लिए मोम है और सारी दुनिया के लिए चट्टान...कैसे मिलेगी इनकी कहानी को मंजिल...किस तरह मुकम्मल होगी इनकी मोहब्बत की दास्तान...जानने के लिए पढ़िए... हमसफर“नफरत से मोहब्बत की दास्तान ...
अर्पिता जैसे ही बाहर निकली उसकी आँखों के आँसू बाहर छलक गए...उसे इतना नीचे किसी ने नहीं दिखाया था लेकिन अभिमन्यु की बातें उसके कानों में शीशा पिघला रही थीं...वो अपने आँसू पोंछ कर गाड़ी में बैठ गई जो ...Read Moreजी ने उसे छोड़ने के लिए रखा था...अभिमन्यु का कहा एक एक लफ्ज़ अर्पिता की कानों में गूंज रहा था उसने अपना चेहरा कार की विंडो से बाहर निकाल लिया और मन ही मन बोली,“ये अमीर लोग कितने खोखले होते हैं न अपनी उदारता दिखाने के किए अनाथ आश्रम में दान देते हैं और अगले ही पल इनके सामने कोई
अर्पिता के हाथों में बैग देख कर राधिका मुस्कुराते हुए बोली,“क्या हुआ अरु क्या ढूंढ रही है तु"...अर्पिता को कुछ समझ नहीं आया के क्या कहे...उसने इस बारे में तो सोचा ही नहीं था के घर पर और राधिका ...Read Moreक्या जवाब देगी और फिर आदव उसकी पढ़ाई का क्या होगा... ट्यूशन से तो इतना कुछ नहीं हो पाएगा...उसे चुप देख कर राधिका थोड़े तेज आवाज में बोली,“क्या हुआ अरु चुप क्यूं है तु...बोल"...अर्पिता हकलाते हुए बोली,“वो..वो..राधिका"...राधिका हाथ बांध कर बोली,“क्या वो वो कर रही है आगे भी बोल...और ये तेरे हाथ में क्या है"...राधिका की नजर अर्पिता के हाथों
अर्पिता के बाहर निकलते ही रुद्राक्ष भी बहाना बना कर बाहर निकल गया...अर्पिता तब तक लॉन में पहुँच चुकी थी...वो जल्दी जल्दी चलाता हुआ अर्पिता को आवास देने लगा,“अर्पिता जी...अर्पिता जी...रुकिए जरा"...अर्पिता ने उसकी आवाज पर पीछे मुड़ कर ...Read Moreउसके पास आ कर बोला,“कितना फास्ट चलती हैं आप आपको तो ओलंपिक में होना चाहिए दौड़ कर मेडल ला सकती हैं आप"...अर्पिता को हँसी आ गई...वो अपने मुंह पर हाथ रख कर बोली,“आप ऐसी मजाकिया बातें करते कैसे हैं...आपकी बातें किसी भी रोते को हुए हँसा सकती हैं"...रुद्राक्ष अपना एक हाथ अपने सीने पर रख कर झुक कर बोला,“बहुत बहुत