स्टॉकर - Novels
by Ashish Kumar Trivedi
in
Hindi Detective stories
शहर के प्रसिद्ध व्यापारी शिव टंडन का शव हाईवे के पास के जंगल में मिलता है। उनकी पत्नी मेघना टंडन ने इस कत्ल का इल्ज़ाम अपने पर्सनल जिम ट्रेनर अंकित सिन्हा पर लगाया। उनका कहना था कि अंकित पिछले ...Read Moreमहीनों से उन्हें परेशान कर रहा था। तफ्तीश आगे बढ़ती है तो शिव टंडन की पर्ल ब्लू हांडा एकॉर्ड कार रॉबिन घोष के फार्म हाउस पर मिलती है। रॉबिन और मेघना का एक अतीत था। यही नहीं कार में चेतन शेरगिल की लाश मिलती है उसका भी मेघना से संबंध था किसने किया शिव का कत्ल अंकित, रोबिन या खुद मेघना ने ?
स्टॉकर (1)नेशनल हाइवे के पास वाले जंगल में तीन दोस्त पिकनिक ...Read Moreके लिए गए थे। उन्होंने एक जगह टेंट लगा रखा था। शाम होने वाली थी। उनका प्लान था कि वहाँ जंगल से लकड़ियां एकत्र कर बोन फायर किया जाए। इसके लिए वो तीनों जंगल में थोड़ा अंदर जाकर सूखी लकड़ियां बटोर रहे थे। तीनों आपस में हंसी मज़ाक कर रहे थे। नमित ने अपने दोस्त
स्टॉकर (2)मेघना कुछ असहज हो गई। एसपी गुरुनूर ने समझाते हुए कहा। मिसेज़ ...Read Moreआप परेशान ना हों। जो है खुल कर कहें। पुलिस आपकी सहायता करने के लिए है। ये अंकित सिन्हा कौन है ? मैं अपनी फिटनेस पर बहुत ध्यान देती हूँ। मैं रोज़ जिम जाती हूँ। अंकित जिम में मेरा पर्सनल ट्रेनर था। वो आपका पीछा क्यों करता था ? अंकित एक अच्छा ट्रेनर था। खुशमिजाज़ था। उम्र में मुझसे कोई दस साल छोटा था। मैं उससे खुल
स्टॉकर (3)शिव टंडन के ऑफिस और घर के बीच के रास्ते में पड़ने ...Read Moreतीन सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाई गई। एसपी गुरुनूर और इंस्पेक्टर अब्राहम एक एक फुटेज अच्छी तरह से देख रहे थे। शिव टंडन के पास पर्ल ब्लू रंग की हांडा एकॉर्ड थी। पहला सीसीटीवी कैमरा ऑफिस से कोई पाँच सौ मीटर की दूरी पर था। इस कैमरे की फुटेज में शिव की कार मोड़ पर मुडती दिखाई पड़ी। उसके बाद दूसरा कैमरा मोड़
स्टॉकर (4)इंस्पेक्टर अब्राहम शिव टंडन की कार मिलने की खबर लेकर एसपी गुरुनूर के ...Read Moreमें हाज़िर हुआ। उसने एसपी गुरुनूर को सारी बात बता दी। वाह....मिस्टर टंडन की कार मिल गई। ये तो बहुत अच्छी खबर है। पर उस कार में लाश किसकी थी पता चला। मैम लाश की हालत बहुत खराब थी। कोशिश कर रहे हैं। जल्दी ही पता चल जाएगा। वो फार्म हाउस किसका था जहाँ कार मिली है ? मैम वो फार्म हाउस किसी रॉबिन घोष का है। अब्राहम....उस दिन
स्टॉकर (5)टंडन सदन में कुछ लोग मेघना से मिलने आए ...Read Moreये सभी शहर के एक अनाथालय से जुड़े हुए थे। उनकी मुखिया शीला जो अनाथालय की मैनेजर थीं वह शिव टंडन की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए बोलीं। ना जाने वो कौन बेरहम होगा जिसने शिव टंडन जी जैसे नेक इंसान की हत्या कर दी। कई सालों से वो हमारे अनाथालय की सहायता कर रहे थे। कितने बच्चे उनकी मदद से अपने जीवन में
स्टॉकर (6)सब इंस्पेक्टर गीता अंकित सिन्हा के घर पर मौजूद ...Read Moreदो कमरों का साधारण सा मकान था। घर में अंकित के पिता दीनदयाल सिन्हा माँ पार्वती सिन्हा और अंकित की दो बहने थीं। दीपा और मनीषा। दीपा की तीन महीने बाद शादी थी। सब इंस्पेक्टर गीता ने उन लोगों को शिव टंडन के केस के बारे में बताया। सब सुन कर वह परेशान हो गए।दीनदयाल सिन्हा ने भरे गले से कहा। अब क्या कहें
स्टॉकर (7)अंकित छिपता छिपाता अपनी बिल्डिंग में आया। रात के आठ बजे थे। वह ...Read Moreलेकर अपने फ्लोर पर गया। उसके फ्लैट के बाहर स्टैंड पर एक गमला रखा था। उस गमले में एक पौधा लगा था। उसने फ्लैट की दूसरी चाभी टेप की सहायता से गमले के पेंदे पर चिपका रखी थी। उसने फ्लैट का दरवाज़ा खोला और अंदर घुस गया। आज करीब दो हफ्ते के बाद वह अपने घर आया था। वह अब तक उस कमरे में
स्टॉकर (8)मेघना ने जन्नत अपार्टमेंट्स में चार बेडरूम हॉल वाला एक ...Read Moreखरीदा था। वहीं पर अंकित और मेघना मिलते थे। मेघना अपने वादे के हिसाब से अंकित को उसका सपना पूरा करने के लिए हर संभव मदद करने को तैयार थी। इसी कारण एक बार अंकित ने अपने दोस्त मंजीत से कहा कि जल्द ही वह अपना जिम खोलेगा और उसे वहाँ नौकरी देगा। अंकित का सपना तो पूरा हो रहा था। पर अब एक नई
स्टॉकर (9)एसपी गुरुनूर ने अंकित की बात सुनने के बाद कहा। मिसेज़ ...Read Moreका कहना है कि तुम उनके पीछे पड़े थे। जब मिस्टर टंडन ने तुम्हें धमकाया तो तुमने उनका खून कर दिया। एसपी मैम मैंने शिव टंडन का खून नहीं किया है। जब उन्होंने मुझे धमकाया तो मैं चुप होकर बैठ गया था। मेघना ने मुझे उनका खून करने के लिए उकसाया ज़रूर था। पर सही समय पर मुझे बुद्धि आ गई। तुम भागते क्यों फिर
स्टॉकर (10)अंकित ने अभी घर वापस ना लौटने का मन बना लिया था। वह ...Read Moreकुछ बन कर ही वापस जाना चाहता था। पर उसने मेघना के प्रस्ताव को भी मन से निकाल दिया था। वह अब नए सिरे से नई शुरुआत करना चाहता था।अंकित ने नई नौकरी तलाशने के लिए कोशिश करना शुरू कर दिया। पहले वह स्टेफिट जिम के समकक्ष दो जिम में गया। पर वहाँ उसे निराशा ही हाथ लगी। उसके बाद उसने
स्टॉकर (11)अंकित बार बार मिला हुआ मौका गंवा दे रहा था। इस बात ...Read Moreमेघना बहुत गुस्सा थी। जब अंकित उससे मिलने पहुँचा तो उसने पूँछा। क्या बात है अंकित ? चार दिन तुम वहाँ जाकर बिना शिव की हत्या किए लौट आए। आखिर बात क्या है ? अंकित अपने आप को तैयार करके आया था। वह बोला। ये आसान काम नहीं है मेघना। इतना मुश्किल भी नहीं है। तुम्हें मौका देख कर शिव के पास जाना
स्टॉकर (12)अंकित ने मेघना से साफ शब्दों में कह दिया था कि वह ...Read Moreजैसा अपराध नहीं कर पाएगा। मेघना इस बात से बहुत नाराज़ थी। उसका कहना था कि अंकित ने उसे धोखा दिया है। अपना फैसला कर लेने के बाद अंकित ने नए सिरे से अपने जीवन के बारे में विचार करना शुरू किया। उसकी पहली प्राथमिकता थी कि वह मेहनत करके फिर से किसी बड़े जिम में नौकरी पा जाए। फर्ज़ान मलिक जब
स्टॉकर (13)इंस्पेक्टर अब्राहम कई दिनों से मेघना पर नज़र रखे हुए था। ...Read Moreउसकी कॉल डिटेल्स निकलवा कर उसकी कॉपी एसपी गुरुनूर को भिजवा दी थी। एसपी गुरुनूर उस लिस्ट का गौर से मुआयना कर रही थी। वह शिव टंडन की हत्या वाले दिन से अब तक मेघना की जिन जिन नंबरों पर बात हुई थी वह देख रही थी।शिव टंडन की हत्या वाले दिन मेघना की रॉबिन घोष से बात हुई थी। यह कॉल
स्टॉकर (14)एसपी गुरुनूर और सब इंस्पेक्टर गीता दोनों ही मेघना के सामने ...Read Moreथीं। रॉबिन को अलग कमरे में बैठाया गया था। उसके साथ इंस्पेक्टर अब्राहम था।मेघना नज़रें झुकाए बैठी थी। एसपी गुरुनूर ने कड़क आवाज़ में कहा। अब नज़रें झुकाने से तुम हमारे सवालों से नहीं बच जाओगी। तुमने ही रॉबिन घोष के साथ मिल कर मिस्टर टंडन का खून किया है। तुम लोगों ने ही चेतन को भी मारा है। ना हमने शिव को मारा
स्टॉकर (15)एसपी गुरुनूर, सब इंस्पेक्टर गीता और इंस्पेक्टर अब्राहम तीनों ही केस के ...Read Moreमें सोंच रहे थे। अब तक मेघना और रॉबिन दोनों ने ही अलग अलग बात बताई थी। समझ नहीं आ रहा था कि कौन सच बोल रहा है। सब इंस्पेक्टर गीता ने कहा। मैम मुझे तो यह मेघना बहुत शातिर लगती है। इंस्पेक्टर अब्राहम ने कहा। मैम आपने भी देखा है कि ये रॉबिन भी बहुत घाघ है। कहा नहीं जा सकता कि कौन सही
स्टॉकर (16)आश्रम आने के बाद सारा का मन कुछ शांत हुआ। उसने खुद ...Read Moreआश्रम के कामों में व्यस्त कर दिया था। वह सुबह जल्दी उठती थी। कुछ देर योग करती थी। उसके बाद आश्रम के नियमित कामों में मदद करती थी। आचार्य दुर्गाशरण उसकी मेहनत व लगन से बहुत प्रभावित थे। वह उसे अपने पास बैठा कर प्यार से समझाते थे कि जो घटा उसे भूल जाओ। अब आगे के जीवन के बारे में सोंचो। सारा पर
स्टॉकर (17)एसपी गुरुनूर अब तक अंकित, मेघना और रॉबिन से मिली जानरारियों को मिला कर ...Read Moreरही थी। पर वह समझ नहीं पा रही थी कि इन तीनों में कातिल कौन हो सकता है। एसपी गुरुनूर शिव टंडन की हत्या वाली रात की घटनाओं को फिर से याद करने लगी। रॉबिन ने शिव टंडन को फोन किया। उसके अनुसार उसने चेतन के घपले की खबर देने के लिए उसे फोन किया था। शिव सीधे जन्नत अपार्टमेंट्स चेतन से मिलने
स्टॉकर (18)अपना झूठ पकड़े जाने पर अंकित कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं था। ...Read Moreचुपचाप नज़रें झुकाए बैठा था।एसपी गुरुनूर ने डांटते हुए कहा। क्या समझा था तुमने ? अपनी झूठी कहानी सुना कर तुम पुलिस को गुमराह कर दोगे। हम पाताल से भी सच्चाई तलाश कर ला सकते हैं। अंकित वैसे ही आँखें नीची किए बैठा रहा। अब सच सच बताओ। हमें सख्ती करने पर मजबूर मत करो। अंकित ने अपनी नज़रें उठा कर एसपी गुरुनूर की तरफ देखा। मैम
स्टॉकर (19)अंकित मेघना से मिलने उसी रेस्टोरेंट में पहुँचा था। मेघना उसके पास एक प्लान के ...Read Moreआई थी।मेघना ने अंकित को बताया कि शिव का ड्राइवर दो दिनों की छुट्टी लेकर गांव जाने वाला है। इन दो दिनों में शिव अपनी कार खुद चलाने वाला है। अतः यह सबसे अच्छा मौका है। उसने प्लान सोंच लिया है। मेघना ने अंकित को बताया कि वह इन दो दिनों में से किसी एक दिन पूरी कोशिश कर शिव को उसके
स्टॉकर (20)रॉबिन और मेघना से बात होने के बाद एसपी गुरुनूर ने इंस्पेक्टर अब्राहम ...Read Moreरॉबिन के बारे में कुछ और बातें पता करने को कहा था।रॉबिन का कहना था कि जिस रात शिव टंडन की हत्या हुई वह रात साढ़े नौ बजे से मेघना के साथ था। क्योंकी मेघना ने उसे बताया था कि शिव उस रात कहीं बाहर जाने वाला है। उसका यह भी कहना था कि अक्सर वह और मेघना शिव की गैरहाज़िरी
स्टॉकर (21)रॉबिन को इस शहर में आए हुए अभी कुछ ही दिन हुए थे। ...Read Moreमेघना से दोबारा पहले की तरह जान पहचान बढ़ाने की कोशिश कर रहा था। पर मेघना अब उससे दूरी बनाए रखने का प्रयास करती थी। शिव और रॉबिन के बीच दोस्ती तो थी पर शिव ने कभी उसे टंडन सदन आने की दावत नहीं दी थी। उन दोनों की मुलाकात अक्सर बाहर ही होती थी। ऐसे में रॉबिन का मेघना से नज़दीकी बढ़ाना
स्टॉकर (22)एसपी गुरुनूर ने इंस्पेक्टर अब्राहम से कहा। तुमने एक नए कोंण ...Read Moreइस केस को जाँचने का प्रयास किया। हमारा ध्यान इधर गया ही नहीं था। अंकित और रॉबिन एक दूसरे से मिले हुए हैं। हाँ मैम....यह तो पता चल गया कि दोनों एक दूसरे को जानते थे। पर सबसे बड़ा सवाल ये है कि दोनों के बीच क्या षडयंत्र रचा गया था। किस आधार पर दोनों एक हुए थे। दोनों ने मिस्टर टंडन की हत्या कैसे
स्टॉकर (23)एसपी गुरुनूर ने यहाँ आने से पहले सूरज सिंह के बारे में बहुत ...Read Moreपता किया था। उन बातों के आधार पर ही वह यह कह सकती थी कि सूरज सिंह वकालत के सिलसिले में नहीं बल्कि किसी और ही सिलसिले में मेघना से मिलता था। बताइए वकील सूरज सिंह जी सिर्फ कुछ कानूनी मसलों पर सलाह देने की यह कुछ ज़्यादा ही बड़ी रकम नहीं है। आखिर मेघना को आपमें ऐसी कौन सी खूबी दिख
स्टॉकर (24)कई बार जब इंसान हर तरफ से ठोकर खाता है तो फिर सही ...Read Moreके बारे में सोंचना बंद कर देता है।सूरज सिंह का वही हाल था। वकालत के पेशे में कोई खास सफलता मिल नहीं रही थी। सिवा इतने के कि अपने छोटे से घर का किराया दे सके और रूखी सूखी खा सके। वह तो इससे संतुष्ट हो भी सकता था। लेकिन जानता था कि इस स्थिति में वसुधा को घर नहीं ला
स्टॉकर (25)सूरज सिंह के पिता गंभीर रूप से बीमार पड़ गए थे। उनका इलाज ...Read Moreके लिए घरवालों ने उन्हें गांव के पास एक कस्बे के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करा दिया था। सूरज सिंह के पिता के इलाज पर अब तक उनकी सारी जमा पूंजी लग चुकी थी। पर अभी भी कोई लाभ नहीं हुआ था। ऐसे में परिवार की उम्मीद बड़े बेटे सूरज सिंह से थी कि वह इलाज के खर्च में कुछ मदद
स्टॉकर (26)एसपी गुरुनूर ने सूरज सिंह की तरफ देख कर कहा। गलत ...Read Moreकभी सही मंज़िल पर नहीं ले जाती। देखो तुम कहाँ हो ? अब मिस्टर टंडन के कत्ल के लिए सज़ा काटोगे। मैडम सही गलत मंज़िल मैं नहीं जानता हूँ। बस इतना जानता हूँ कि इस राह पर चलने से मैंने मेरे अपनों को तो पा लिया। गलत समझ रहे हो तुम सूरज सिंह। जिन्हें तुम अपना कह रहे हो वो तुम्हारे हितैषी नहीं है। वरना
स्टॉकर (27)सूरज सिंह ने उस फुटेज में जो कुछ सुना वह उससे भी अधिक ...Read Moreथा जो कुछ उनके बीच हुआ था।अपने आप को तृप्त कर लेने के बाद मेघना और रॉबिन बिस्तर पर लेटे बातें कर रहे थे। मेघना ने रॉबिन के सीने पर सर रख कर कहा। आखिर कब तक हम यूं ही छिप छिप कर मिलेंगे ? मैं कुछ सोंच रहा हूँ ? वैसे भी शिव को अब मुझ पर शक होने लगा है। मैंने अपने
स्टॉकर (28)सब इंस्पेक्टर गीता को अंकित की बात पर यकीन तो था पर उसने अपने ...Read Moreरॉबिन के बारे में जो बताया था उसे लेकर अभी भी उस पर पूरा यकीन नहीं हो पा रहा था। तुमने तो कहा था कि तुम रॉबिन घोष के बारे में इतना ही जानते हो कि वह दार्जिलिंग का कोई रईस है। यह बात भी तुम्हें चेतन ने बताई थी। पर इंस्पेक्टर अब्राहम ने पता किया था कि तुम पहले से रॉबिन को
स्टॉकर (29)एसपी गुरुनूर पुराने शहर के एक व्यस्त इलाके में खड़ी थी। कांस्टेबल ...Read Moreकुमार ने उसे सूचना देकर बुलाया था। मैडम वो जो उधर कोने में इमारत दिखाई पड़ रही है उसमें ऊपर जाकर गलियारे में जो आखिरी मकान है। वही उसका है। गुड जॉब लखन....आओ ज़रा उससे मिलते हैं। एसपी गुरुनूर लखन के साथ पुरानी सी दिखने वाली इमारत की तरफ बढ़ी। यह शहर का बहुत पुराना इलाका था। संकरी गलियों में कई दो तीन मंजिला इमारते
स्टॉकर (30)एसपी गुरुनूर के केबिन में मेघना, रॉबिन और अंकित तीनों एक साथ ...Read Moreउनसे पूँछताछ करने के लिए सब इंस्पेक्टर गीता और इंस्पेक्टर अब्राहम भी वहाँ मौजूद थे। शुरुआत एसपी गुरुनूर ने मेघना से सवाल कर की। तुम तो कह रही थी कि ना तो मेरा रॉबिन से संबंध है और ना ही अंकित से। मैं अभी भी वही कह रही हूँ। रॉबिन से मेरा संबंध शिव से शादी करने से पहले था। बाद में मैंने इससे कोई
स्टॉकर (31)निशांत टंडन शिव के पिता अभय टंडन की नाजायज़ संतान था। अभय ...Read Moreएक व्यापारी थे। उनका अपना प्रिंटिंग का व्यापार था। उनकी पत्नी नम्रता एक रईस परिवार से थी। उसके पिता मन्मथ कपूर एक बड़े वकील थे। उनके पास बहुत सी पुश्तैनी संपत्ति थी। नम्रता उनकी इकलौती संतान थी।नम्रता और अभय के बीच का रिश्ता आपसी प्रेम से अधिक सामाजिक प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए था। नम्रता अधिकतर अपने पिता के घर पर ही रहती
स्टॉकर (32)लतिका से अभय की बस चंद मुलाकातें ही हुई थीं पर उन्हें ऐसा लगने ...Read Moreथा जैसे वह अपने दिल की बात उससे आसानी से कर सकते हैं। अभय ने भी लतिका को अपने शादीशुदा जीवन के बारे में सब कुछ खुल कर बता दिया। उन्होंने बताया कि उनका दस साल का एक बेटा है जिसे उन्होंने बोर्डिंग स्कूल भेज दिया है। क्योंकी अकेले उसे संभालना उनके लिए मुश्किल था। नम्रता अब स्थाई तौर पर अपने पिता के
स्टॉकर (33)शिव जब छुट्टियों में आया तो घर में एक नए सदस्य को ...Read Moreकर उसे हैरानी हुई। अभय ने भी उसे सब बता दिया। अब वह किशोर हो गया था। बहुत सी बातें समझने लगा था।शिव के लिए सब कुछ एकदम से स्वीकार करना कठिन था। लेकिन बिट्टू का आना उसे एक तरह से अच्छा भी लगा था। माँ ने जन्म देने के बाद उससे अधिक संबंध नहीं रखा। वह कभी कभी ननिहाल उनसे मिलने
स्टॉकर (34)सारा खूबसूरत थी। अपनी कला में प्रवीण थी। कुछ ही समय में ओडिशी ...Read Moreके रूप में उसकी अच्छी पहचान बन गई। माने हुए आयोजक उसके डांस का कार्यक्रम करवाते थे। अधिकांशतः वहाँ अमीरों का आना ही होता था। वह उसकी कला को कितना समझ पाते थे कहना कठिन था। पर वो सारा के रूप के दीवाने अवश्य हो जाते थे। उसके शो के बाद उससे मिलने वालों का तांता लग जाता था। लेकिन सारा हर
स्टॉकर (35)रॉबिन शहर के एक बहुत मामूली से होटल में ठहरा था। मेघना कभी ...Read Moreसोंच भी नहीं सकती थी कि हमेशा मंहगे होटलों में ठहरने वाला कभी इस जगह पर रहेगा।मेघना ने दरवाज़े पर दस्तक दी तो रॉबिन ने फौरन ही दरवाज़ा खोल दिया।"आओ....मैं तुम्हारी ही राह देख रहा था।"मेघना कमरे में घुसी तो वह बहुत ही छोटा सा कमरा था। रॉबिन ने कुर्सी खींचते हुए उसे बैठने को कहा। कुर्सी पर बैठते ही मेघना
स्टॉकर (36)चेतन पूरी तरह से मेघना के जाल में फंस चुका था। उसका उसे फायदा भी ...Read Moreथा। मेघना के कारण अब वह शिव के साथ साथ अन्य कई बड़े क्लांइट्स के पोर्टफोलियो संभालने लगा था। उसने शेरगिल स्टॉक ट्रेडर्स के नाम से एक फर्म भी खोल ली थी। चेतन से हट कर मेघना की नज़र अब अंकित पर पड़ी। वह उसे सब्ज़बाग दिखा कर अपनी तरफ आकर्षित करने लगी थी। उसने अंकित को सपना दिखाया था कि वह
स्टॉकर (37)रॉबिन का प्लान था कि किसी तरह मेघना को शीशे में उतार कर वह ...Read Moreपहले की तरह अपना दीवाना बना ले। ताकि उसके माध्यम से शिव की दौलत पर कब्ज़ा कर सके। मेघना अब अंकित से भी ऊब चुकी थी। जब रॉबिन ने फिर से उसकी तरफ फंदा फेंकना शुरू किया तो मेघना रॉबिन के करीब आ गई। दोनों शिव के जगदंबापुर वाले फार्म हाउस में मिलते थे। यहीं पर एक मुलाकात के दौरान रॉबिन ने मेघना से
स्टॉकर (38)मेघना रॉबिन से मिलती तो थी पर वह यह तय नहीं कर पाई ...Read Moreकि उससे रिश्ता आगे बढ़ाना है या खत्म करना है। वह जैसा भी फायदेमंद हो वैसा करना चाहती थी। इसलिए शिव की हत्या में रॉबिन को शामिल नहीं करना चाहती थी। मेघना जानती थी कि रॉबिन यह समझता है कि अंकित शिव की हत्या करने के लिए तैयार नहीं हुआ है। उसने उसकी यह गलतफहमी दूर करने का प्रयास भी नहीं किया।शिव टंडन
स्टॉकर (39)निशांत ने शिव से कहा कि वह कार को नेशनल हाइवे के पास वाले ...Read Moreमें ले चले। वहाँ वो लोग चेतन की लाश को जंगल में फेंक देंगे। शिव का दिमाग कम नहीं कर रहा था। उसने वही किया जो निशांत कह रहा था। वह कार को लेकर नेशनल हाइवे वाले जंगल में गया। वहाँ पहुँच कर निशांत ने शिव से बाहर निकलने को कहा। पूरन सिंह भी बाहर आ गया। निशांत ने कहा कि वो लोग
स्टॉकर (40)मेघना ने शिव की हत्या का प्लान यह सोंच कर बनाया था कि उसके ...Read Moreअंकित को उसके पैसे देकर अलग कर देगी। फिर सब कुछ उसका हो जाएगा। फिर वह रॉबिन के बारे में सोंच लेगी। लेकिन शिव की हत्या के बाद अचानक अंकित गायब हो गया। वह समझ नहीं पाई कि उसने ऐसा क्यों किया। उसने सारा शक अंकित पर डाल दिया था। क्योंकी कत्ल वाले दिन से ही वह गायब था। उसने पुलिस को अंकित