पहली हवाई यात्रा - Novels
by Lalit Rathod
in
Hindi Short Stories
मैं वर्तमान को खुलकर जीने और कल्पना को सच मानने में विश्वास करता हूँ. जब भी किसी यात्रा में जाता हूँ उस वर्तमान की ढेरों कल्पना करता हूँ, जिसे एक समय बाद मुझे जीना है. उस कल्पना में लंबे ...Read Moreकी उत्सुकता, अपनों की खुशिया और सूर्य की किरणों के बीच कॉफ़ी की तलब शामिल होती है.उन दिनों मुंबई जाने वाली समरसता और मुंबई हावडा मेल ट्रेनों में सफ़र कर मन भर चुका था, कि दफ्तर से हवाई यात्रा में मुंबई जाने अवसर मिल गया...जानकर बेहद खुशी हुई पहली हवाई यात्रा मुफ्त में होगी। रातभर यही सोचता रहा, फ्लाइट में
मैं वर्तमान को खुलकर जीने और कल्पना को सच मानने में विश्वास करता हूँ. जब भी किसी यात्रा में जाता हूँ उस वर्तमान की ढेरों कल्पना करता हूँ, जिसे एक समय बाद मुझे जीना है. उस कल्पना में लंबे ...Read Moreकी उत्सुकता, अपनों की खुशिया और सूर्य की किरणों के बीच कॉफ़ी की तलब शामिल होती है.उन दिनों मुंबई जाने वाली समरसता और मुंबई हावडा मेल ट्रेनों में सफ़र कर मन भर चुका था, कि दफ्तर से हवाई यात्रा में मुंबई जाने अवसर मिल गया...जानकर बेहद खुशी हुई पहली हवाई यात्रा मुफ्त में होगी। रातभर यही सोचता रहा, फ्लाइट में
मुम्बई टू रायपुर- भाग दो खिड़की वाली जगह पाकर जितनी खुशी हुई थी, उतनी दो घंटे में मुंम्बई पहुंचने पर भी नही हुई...मन कह रहा था थोड़ी देर ऊपर से ही मुंबई शहर घुमा देता तो क्या हो जाता ...Read Moreदो दिनों तक मुंबई शहर का आनंद लिया, अंतिम दिन रायपुर के लिए शाम 5 बजे प्लाईट थी. आयोजक द्वारा हमारी सहायता में लगाईं गई खूबसूरत कन्या ने कहा, आप खाना खाकर तीन बजे एयरपोर्ट को रवाना होंगे, मुंबई की ट्रैफिक का कोई भरोसा नहीं अापको सही समय पर फ्लाइट तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। मैं भी बिना देर किए आन