Is riste ko kya naam du ? by Kalpana Sahoo | Read Hindi Best Novels and Download PDF Home Novels Hindi Novels इस रिश्ते को क्या नाम दूँ ? - Novels Novels इस रिश्ते को क्या नाम दूँ ? - Novels by Kalpana Sahoo in Hindi Novel Episodes (35) 3.3k 8.7k 5 में जो अब लिखने जा रही हुं वो कोई काल्पनीक Story नहीं है । वो एक बास्तबिक घटणा है । जिसे में जब भी याद करती हुं तो मेरी अन्दर एक अजीब सी सबाल पैदा होती है । पता ...Read Moreक्युं ? पर नाजाने लोग यैसा रिस्ता क्युं बनातेहैं ? चलिये अब काहानी की ओर बढते हैं । पर फिरसे एक बात बोलना चाहती हुं की में किसी रिस्ते के खीलाफ नहीं हुं, नाही कोई रिस्ते को में गलत ठेहरा रही हुं । में सिफ् ये बोलना चाहती हुं की रिस्ता कोई भी हो Read Full Story Download on Mobile Full Novel इस रिश्ते को क्या नाम दूँ ? - 1 1.1k 2.3k में जो अब लिखने जा रही हुं वो कोई काल्पनीक Story नहीं है । वो एक बास्तबिक घटणा है । जिसे में जब भी याद करती हुं तो मेरी अन्दर एक अजीब सी सबाल पैदा होती है । पता ...Read Moreक्युं ? पर नाजाने लोग यैसा रिस्ता क्युं बनातेहैं ? चलिये अब काहानी की ओर बढते हैं । पर फिरसे एक बात बोलना चाहती हुं की में किसी रिस्ते के खीलाफ नहीं हुं, नाही कोई रिस्ते को में गलत ठेहरा रही हुं । में सिफ् ये बोलना चाहती हुं की रिस्ता कोई भी हो Read इस रिश्ते को क्या नाम दूँ ? - 2 612 1.4k अबतक आप पढे हैं की स्रुती को दुबारा प्यार हो जाती है, वो भी अपने साथ काम करनेबाला एक लेडका से । अब आगे........ इस बार भी स्रुती को प्यार करनेबाला लेडका बहत अच्छा था । वो ...Read Moreसायद अपने जान से भी ज्यादा पसन्द करता था । दोनो एक दुसरे के साथ बहत खुलमिल जाते थे । लेकिन क्या है ना जब रिस्ते में दोनो के अलावा कोई तिसरा लोग घुसता हैं तो रिस्तों में दरार आ जाती हैं । पर एक बात तो है की जबतक हम दुसरों के बातों को अपने अन्दर आने Read इस रिश्ते को क्या नाम दूँ ? - 3 462 1.2k part-2 में आप पढे हैं की मतलब के आगे प्यार हार जाती है और स्रुती एकदम् से अकेली पड जाती है । अब आगे........ 2years later...... टुटी हुई दिल को ...Read Moreकेलिए स्रुती को दो साल लग गयी । अब वो थोडी समझदार हो गेयी थी । किसी पर भरोसा करोना उसके केलिए बहत मेहेनत कीकाम थी । स्रुती अब सबसे दोस्ती करती थी पर प्यार नहीं । बहत सारे दोस्त बनाचुकी थी वो । स्रुती को गाना गाना बेहत पसन्द थी । माना की वो कोई perfessional Read इस रिश्ते को क्या नाम दूँ ? - 4 381 1.1k सब केहते हैं प्यार जीन्देगी में एकबार होती है, पर में कहूँगीं प्यार बारबार भी हो सकती है । क्युंकी हमको जो अच्छा लगता है हम उससे जुड जाते हैं । यही तो प्यार है और क्या ? प्यार ...Read Moreचीज नहीं है, वो एक येहेसास् है । उसे रोकना नामुमकिन् है । मगर हम गलत लोगों से दिल लगा लेते हैं । अबतक आप पढे हैं की स्रुती और दिपक् खुद confuse है इस रिस्ते को लेकर । ना उन्हे लगता है की वो दोनो सीफ् दोस्त है, नाही दोस्ती से उपर और Read इस रिश्ते को क्या नाम दूँ ? - 5 345 1.1k अबतक आप पढे हैं की स्रुती को दीपक् कुछ सबाल पुछता है उसको जबाब देने को बोलता है । स्रुती जबाब के साथ-साथ अपना अतीत की कुुछ बातेंं सुनाने जा रही है । उसे लगती है सायद दीपक् जो ...Read Moreरहा है उसको उसका जबाब मिलजाये या फिर अपनी अन्दर जो तकलीफ है सायद वो कुछ कम हो जाये । अब आगे पढते हैं........ स्रुती :- तुम्हे पता है में प्यार की लब्ज तब से पढ रही हुं जब से में छोटी थी । में हमेशा सच्चा महबत् करती हुं पर मुझे धोखा मिलती Read इस रिस्ते को क्या नाम दुँ ? - 6 201 738 अबतक की कहानी थी स्रुती दिपक् के आगे अपनी अतीत के दर्द भरे पन्हें को खोल रही थी । अब आगे........ दिपक् :- फिर क्या हुआ ? तुने क्या किया ? स्रुती :- बचपन से ...Read Moreएक आदत है की, में हर किसी को प्यार देती हुं पर किसीको आशुं नहीं दे सकती हुं । भलेही मुझे जितनी दर्द हो पर में सामनेवाले की दर्द कम करने केलिए कोसीस जरूर करती हुं । कोई मेरे लिये बुरा बने ये मुझे मजुंर नहीं है । मुझे पता थी उसके बिना जी Read इस रिस्ते को क्या नाम दुँ ? - 7 222 810 अबतक आप पढे हैं की स्रुती को अपनी प्यार से जुदा होनी पडी जबकी उसकी दिल कुछ और केह रही थी । तब वो अकेली पड गयी थी, बहत् अकेली । यही बता रही थी दिपक् को । ...Read Moreकितनी अजीब बात है ना, जिसके लिये सबकुछ करना पडे और बादमें उसे ही खोना पडे तो बहत दर्द होती है दिलमें सच् । मालुम नहीं जो प्यार में लोग खुसी कम् और गम क्युं ज्यादा लेते हैं ? ) स्रुती की बाते सुनकर दिपक् भी थोडा दुःखी हो गेया । थोडी देर खामोश् रेहने Read More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Novel Episodes Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Humour stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Social Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Kalpana Sahoo Follow