Jab Ek Plane Hava Me Hi Gayab Ho Gaya book and story is written by harshad solanki in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jab Ek Plane Hava Me Hi Gayab Ho Gaya is also popular in Thriller in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
जब एक प्लेन हवा में ही गायब हो गया - Novels
by harshad solanki
in
Hindi Thriller
समुद्रविज्ञानी माइकल पुरसेल अपने साथी वैज्ञानिकों सहित एटलान्टिक ओसन के पानी पर डेरा डाले कई हप्तों से पड़ा था. उन्हें किसी चीज की तलाश थी. बहुत दिनों से वे पानी की गहराइयों में उसे धुंध रहे थे पर आज उसे पूरी उम्मीद थी की यह वहीँ है. उनकी केबिन के इर्द गिर्द उसने पड़दे लपेट रखे थे, जिससे की शिप के अन्य कृ मेम्बर्स अन्दर क्या चल रहा है देख न पाए. पर शिप के एक अति जिज्ञाशु कृ मेंबर इन वैज्ञानिकों की हर हरकतों पर चुपके से नजर बनाए हुए था. वह इस केबिन के आस पास ही छुप कर खड़ा रह गया और अन्दर होने वाली गुस्पुस सुनने लगा. थोड़ी देर बाद पड़दे के भीतर से आते ख़ुशी के उदगार सुनकर वह भागा और अपने अन्य साथियों को जा कर बता दिया कि वे जिस चीज की तलाश में आये है उस चीज का पता लग गया..!
समुद्रविज्ञानी माइकल पुरसेल अपने साथी वैज्ञानिकों सहित एटलान्टिक ओसन के पानी पर डेरा डाले कई हप्तों से पड़ा था. उन्हें किसी चीज की तलाश थी. बहुत दिनों से वे पानी की गहराइयों में उसे धुंध रहे थे पर आज ...Read Moreपूरी उम्मीद थी की यह वहीँ है. उनकी केबिन के इर्द गिर्द उसने पड़दे लपेट रखे थे, जिससे की शिप के अन्य कृ मेम्बर्स अन्दर क्या चल रहा है देख न पाए. पर शिप के एक अति जिज्ञाशु कृ मेंबर इन वैज्ञानिकों की हर हरकतों पर चुपके से नजर बनाए हुए था. वह इस केबिन के आस पास ही छुप
अब तक प्लेन का संपर्क एटलान्टिक के उस पार हवाई यात्राओं पर नजर और नियंत्रण रखने वाले सेनेगल एतीसी के साथ स्थापित हो जाना चाहिए था. पर सेनेगल ATC भी ऐर फ्रांस फ्लाईट 447 को ट्रेक करने में विफल ...Read Moreक्यूँ की ऐर फ्रांस का यह हवाई जहांज उसके रडार की रेंज से भी बाहर था. ऐसे यह प्लेन बिना किसी एतीसी के संपर्क के हवा में अकेला निराधार पड़ गया. समंदर के दोनों छोड़ों से फ्लाईट 447 के साथ संपर्क पुनः स्थापित करने की कोशिश लगातार होती रही. इस उम्मीद में की जैसे ही प्लेन अपने मार्ग में आगे
ऐर फ़्रांस 447 की गुत्थी को सुल्जाने की कोशिश 34 माह तक चलती रही. पर फिर भी कुछ भी हाथ नहीं लग रहा था. आखिर इस दुर्घटना के फ्रांसीसी जांचकर्ताओ ने इस अभियान को रोक देने का मन बनाया. ...Read Moreइससे पहले की इस खोजी अभियान को पुर्णतः समाप्त कर दिया जाए, इसे खोजने की एक आखरी कोशिश कर लेना तै किया. अगर इस बार कुछ नहीं हाथ लगा तो फिर आगे इस कार्य को कभी भी नहीं किया जायेगा. इसके लिए अप्रेल 2011 में एक खानगी संस्था वर्ल्ड होल ओस्योनोग्राफ़ी इन्स्तित्युत (डब्ल्यूएचओआई) को काम सोमपा गया. इसके पास ऐसी
कंप्यूटर की स्क्रीन पर बाहर के मौसम का टेम्प्रेचर -40 डिग्री शो कर रहा था. प्लेन के कप्तान ने टेक ऑफ़ से ही फ्लाईट का नियंत्रण अपने हाथों में रखा था. जिसे अब फ्लाईट उड़ाते हुए साढ़े तीन घंटे ...Read Moreचुके थे. इसलिए वह करीब दो बजे आराम फरमाने के इरादे से बाहर निकल गया. अब फ्लाईट का सञ्चालन बोनिन, जो फ्लाईट 447 के तीनो पाईलोटों में सब से कम अनुभवी था, उसके हाथों में आ गया. अब तक प्लेन के साथ कोई दिक्कत वाली बात नहीं थी. अभी तो प्लेन कुछ ही किलोमीटर गहरे बादलों के बीच आगे बढ़ा