?️️ कलम मेरी लिखती जाएँ ️️?️️? Navita ?️️??? dedicated to ???My lovely family My friends -- Akta , mansi, Bhoomi and meSpecially always thanks to -- Wr.messi and Vineet ??? Also dedicated to ?? My lovely wonderful readers ...Read More Book summary ? ? Hello everyone ?मेरे पहले के दो नॉवेल ? navita ki kalam se ? और दूसरा ? the girls life is abandoned without dreams ? को आप सब ने बहुत प्रोतसाहन दिया l जिसके लिए मैं आप सब का बहुत शुक्रिया अदा करती हो l ? पहले के दो नावेल से प्रेरित हो कर ही मैं अपना ती
??कलम मेरी लिखती जाएँ ??✍️✍️✍️✍️????✍️✍️✍️✍️???✍️✍️?? उड़ान ??उड़ान भरी थे मैंने क्यों मैं सब से पीछे छूट गई क्या ये मेरी ज़िन्दगी मुझ से ही रोठ गई ...उड़ान भरी थी मैंने खुद के लिए कुछ कर ,कुछ पाने की ...Read Moreक्यों मैं खुद को ही भूल गई क्या ये मैं खुद ही ,खुदी से ही रोठ गई ...उड़ान भरी थी मैंने अपनी पहचान बनाने की फिर क्यों मैं खुद का नाम ही भूल गई क्या जे मेरी तक़दीर मुझ से ही रोठ गई.....भरु गई उड़ान अब मैं फिर से अपनी नई पहचान बनाऊँ गई लाखों मे ना सही ,सौ मे तो अपना नाम कमाऊं गई l✍️✍️✍️???✍️✍️✍️???✍️✍️✍️?? मस्ती मे ??उठ चल भागा सा वो
??कलम मेरी लिखती जाएँ ??✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️✍️?? दोस्ती का हाथ ??हाथ पकड़ कर रखना ,ज़िन्दगी से घबराना नहीं ..मुस्किल राहे मिले यहाँ ,हिम्मत का हाथ बढ़ाना तभी.. गिर कर फिर खड़े हो जायेगे ,विशवास का हाथ ना छोड़वाना कभी ..मंजिल हमे ...Read Moreजाएगी ,दोनों को एक दूसरे का साथ मिले तभी ..✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️✍️?? जीवन का सार सहयोग ??जिस का करते सब उपयोग ,वो एक ही है - सहयोग ,समाज ना चले बिन सहयोग के ,परिवार ना चले बिन इस के उपयोग से ,हर पल हर कदम करते हम इसका उपयोग ,चलती ना ज़िन्दगी बिन इस सहयोग के ,बिन सहयोग ना दुनिया चल पाती ,बिन
?? कलम मेरी लिखती जाएँँ ??✍️✍️✍️???✍️✍️✍️???✍️✍️✍️✍️?? बेवफाई ??आज एक बात मान लो मेरी चले जो तुम गए तो अब चले जाना अब पलट कर हमे आवाज ना लगाना...यकिन हुआ जो अब जा कर हमे कह चुके हो तुम ...Read More हमे ..बेवफा जो तुमने करी तो चले जाना अब पलट कर वफ़ा को ना बोलाना ..डर लगता है हमे ,मिले जो अब तुम से छोट जाएंगे अब इस दुनिया से पर छोड़ ना पाएंगे अब तुम्हे...✍️✍️✍️???✍️✍️✍️???✍️✍️✍️✍️?? जब से तन्हा हूँ ??जब से तन्हा हूँ ,तब से ज़िन्दगी को अपना है बनाया lजब से खुद को समझना चाहा ,तब तब खुद को तन्हा है पाया lजब से तन्हाई
?? कलम मेरी लिखती जाएँ ??✍️✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️?? सपनो से डरना नहीं ??ए ज़िन्दगी तू लेकर चली कहा चली मैं लेकर तेरे सपनो के जहाँ सपने टूटे दर्द बहुत होये हिम्मत कर सपने पुरे होये सपने पुरे जो कर ना होये ...Read Moreडर सपने ना सँजोये चलते चलते मुस्किले तो आये बिन मुस्किले सपनो की कीमत ना होये कभी सपना देखना हो जाये ना गुहनाह सपनो को पाने को तू ज़िद बना ज़िद जो सपनो को पाने की करे हर सपना तेरे कदमो नीचे आ धरे ..सपनो को तो हिमत , मेहनत के पंख लगा सब कुछ भूल ,अपने सपनो की तरफ बढ़ता जा ...✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️☺️☺️☺️☺️✍️✍️✍️✍️?? वक़्त नहीं , कहने वाले ??चलते नहीं अब कोई साथ
??कलम मेरी लिखती जाएँ ??Kavya sangrah ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️?? ज़िन्दगी का सफर तुम ??चले जो ज़िन्दगी के सफर पर साथ तुम मेरे ,ज़िन्दगी की किताब का हर पन्ना पढ़ो साथ तेरे ..चले जो ज़िन्दगी के सफर पर साथ तुम मेरे ...Read Moreदेखो तेरी आँखो से ..चले जो ज़िन्दगी के सफर पर साथ तुम मेरे ,ज़िन्दगी भरी होगी गहरे प्यार से..चले जो ज़िन्दगी के सफर पर साथ तुम मेरे ,ज़िन्दगी जीने का मान बड़े हर पल..चले जो ज़िन्दगी के सफर पर साथ तुम मेरे ,ज़िन्दगी की सांसो की डोर बन चलो साथ तेरे ...मान -- इज़्जत , honor✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️✍️☺️☺️☺️☺️✍️✍️✍️?? बचपन की यादे ??याद आते
Kavya sangrah ✍️This chapter for my amazing relations with my father-in-law and mother-in-law. Love you both of you always . ✍️✍️✍️???✍️✍️✍️???✍️✍️✍️??? बहू नहीं तेरा पुत बन मैं दिखावा ?बहु नहीं तेरा बेटा बन खुलोवा ,तेरे आगे अपना सिर ...Read More,सिर तेरी दी पगड़ी बन खुलोवा ,तेरी इज़्ज़त बन तेरा मान बढ़ावा ,बहु नहीं तेरा पुत बन मैं दिखावा...चले तू तेरा साया बन चला ,तेरी आई ते मैं तेरे आगे आ खुलोवा ,अपनी ज़िन्दगी तेरे लेखे लगावा ,बहू नहीं तेरा पूत बन मैं दिखावा...चले हमेशा माँ बापू मान से सोचे हर एक संतान ,बहु बन आई तेरे घर बापू पर तेरे पुत तो ज्यादा
✍️✍️✍️Kavya sangrah ✍️✍️✍️??कलम मेरी लिखती जाएँ??✍️✍️✍️???✍️✍️✍️???✍️✍️✍️✍️??प्यार का एहसास ??मोहब्बत मे वफ़ा वो सीखा गया जाते जाते वो हमे प्यार का एहसास करवा गया ,चले थे हम दोनों अपनी अपनी राहे रस्ते मे कही वो हमसे टकरा गया जाते जाते ...Read Moreहमे प्यार का एहसास करवा गया ,इस रिश्ते को दोस्ती का नाम था जो मिला धीरे धीरे कब वो प्यार का रूप पा गया जाते जाते वो हमे प्यार का एहसास करवा गया ,बिछड़े जब एक दूजे से दूरियों ने था एक दूजे को पास ला दिया जाते जाते वो हमे प्यार का एहसास करवा गया ,दूर थे पर फिर भी पास थे एक दूसरे के लिए प्यार