Ahsaas pyar ka khubsurat sa book and story is written by ARUANDHATEE GARG मीठी in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ahsaas pyar ka khubsurat sa is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
एहसास प्यार का खूबसूरत सा - Novels
by ARUANDHATEE GARG मीठी
in
Hindi Fiction Stories
अरनव ( खुशी को संभालते हुए ) - आराम से बैठो आप यहां पर ....., और खुद का खयाल रखा करो ।
खुशी - मुझे क्या जरूरत खुद का खयाल रखने की , आप तो हैं न मेरा खयाल रखने के लिए ।
अरनव ( हल्के गुस्से से ) - हां...., इसी लिए तुम खुद का ध्यान नहीं रखती । अब बताने का आप कष्ट करेंगी, कि आप ऐसा क्यों करती हैं....?????
खुशी (शरमाते हुए ) - ह ..... हां ..... आ..... आप .. म .... मु....मुझे ..... द ..... डा ..... डांटते ..... ह...हो।
एहसास प्यार का खूबसूरत सा❤️ ( भाग - 1 )अरनव ( खुशी को संभालते हुए ) - आराम से बैठो आप यहां पर ....., और खुद का खयाल रखा करो । खुशी - मुझे क्या जरूरत खुद ...Read Moreखयाल रखने की , आप तो हैं न मेरा खयाल रखने के लिए । अरनव ( हल्के गुस्से से ) - हां...., इसी लिए तुम खुद का ध्यान नहीं रखती । अब बताने का आप कष्ट करेंगी, कि आप ऐसा क्यों करती हैं....????? खुशी (शरमाते हुए ) - ह ..... हां ..... आ..... आप .. म .... मु....मुझे ..... द ..... डा
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 2 ) आरव अपने कॉलेज में कोई स्पेशल ट्रीटमेंट कभी नहीं चाहता था इसीलिए प्रिंसिपल सर ने कभी आरव की असली पहचान नहीं बताई। मतलब के आरव द ग्रेट बिजनेस मेन ...Read Moreराजेश शर्मा का बेटा और उभरते हुए बिजनेस टाइकाॕन्न साथ ही युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत मिस्टर अरनव शर्मा का भाई है । ये बात सिर्फ कॉलेज के प्रिंसिपल और आरव के दोस्तो को जो कि बेस्ट फ्रेंड्स हैं उन्हें ही पता है जो हमेशा आरव के साथ रहते हैं । आरव जब कायरा को इस तरह खुद को घूरते देखता
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 3) आदित्या - डेट्स ग्रेट आरव । ये तो बहुत अच्छी बात है । नील - या आदि , इट्स अ वेरी गुड न्यूज फॉर यू , आरव । आरव - ...Read Moreमेरी सांसे ऊपर नीचे हो रही है , के मैं इस बिजनेस को अच्छे से हैंडल कर पाऊंगा के नहीं और तुम लोग गुड न्यूज और ग्रेट बोल रहे हो । यार मुझे कितनी टेंशन हो रही है ये तुम लोग नहीं समझ रहे हो । राहुल - आरव , इसमें बुरा क्या है ? और ये तो कितनी अच्छी
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 4 ) कायरा के घर सभी साथ में बैठ कर नाश्ता कर रहे थे तभी कायरा अपने पापा से कहती है । कायरा - पापा मैं जॉब करना चाहती हूं । ...Read Moreके इतना कहने पर ही सभी उसे आश्चर्य से देखने लगते हैं। और दादी तुरंत ही बोलती है । राधा जी - क्या जरूरत है नौकरी करने की ? शादी करने की उम्र में पढ़ाई कर रही है और अब नया भूत सवार हो गया नौकरी का । देवेश जी - मां , एक बार सुन तो
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 5 )कायरा वैसे भी परेशान थी क्योंकि रास्ते भर उसे एक चुभने जैसी नज़र का पहरा परेशानी जैसे लग रहा था जो उसे बहुत ही ज्यादा इरिटेट कर रहा था ऊपर ...Read Moreअब आरव भी उसे घूरे जा रहा था कायरा मन में बोलती है। कायरा - एक तो कल रात में और आज रास्ते भर मैं उस नज़र का पहरा अपने ऊपर महसूस कर चुकी हूं और अब ये आरव । कहीं आरव ही तो नहीं था जो मुझे रास्ते में और रात में कहीं से