Kya Tujhe bhi ishaq hai? book and story is written by R.K.S. 'Guru' in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kya Tujhe bhi ishaq hai? is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
क्या तुझे भी इश्क है? - Novels
by R.K.S. 'Guru'
in
Hindi Fiction Stories
अपनी अनूठी कनपुरिया भाषा के लिए जाना जाने वाले शहर कानपुर में अभी सुबह के सात बज रहे हैं. छोटी इमारतों की छतों पर भी सूरज अब दस्तक दे चुका है. दीपावली आने वाली है इस वजह से सुबह-सुबह का मौसम थोड़ा ठंडा भी है और सुहावना भी. लेकिन इतनी सुबह अपनी भारतीय संस्कृति को अपने अंदर समाकर रखने वाली शिवाक्षी की माँ रिक्शे से मंदिर जाकर अपने घर की तरफ आ रही हैं. शिवाक्षी का घर शहर की संकड़ी गली के एक छोर पर बना है. घर गली की चढाई वाली जगह पर बना है जिस वजह से रिक्शेवाले को भी घर तक पहुँचने के लिए खड़े होकर पैडल मारने पड़ते हैं. आज भी ऐसा ही हो रहा है. उसकी माँ घर तक रिक्शे से पहुँचने के इरादे से उतरने का नाम नहीं ले रही है. वैसे भी उतरे क्यों उन्होंने घर तक छोड़ने के बीस रूपये जो दिए हैं! आखिरकार जैसे तैसे करके रिक्शेवाले ने अपने रिक्शे को उसके घर तक पहुंचाया और जिसके बाद रिक्शे वाले ने शिवाक्षी की माँ को उतरने के लिए कहा-तनिक उतरो तो...
भाग-1. बड़बड़ाहट एक्सप्रेस! अपनी अनूठी कनपुरिया भाषा के लिए जाना जाने वाले शहर कानपुर में अभी सुबह के सात बज रहे हैं. छोटी इमारतों की छतों पर भी सूरज अब दस्तक दे चुका है. दीपावली आने वाली है इस ...Read Moreसे सुबह-सुबह का मौसम थोड़ा ठंडा भी है और सुहावना भी. लेकिन इतनी सुबह अपनी भारतीय संस्कृति को अपने अंदर समाकर रखने वाली शिवाक्षी की माँ रिक्शे से मंदिर जाकर अपने घर की तरफ आ रही हैं. शिवाक्षी का घर शहर की संकड़ी गली के एक छोर पर बना है. घर गली की चढाई वाली जगह पर बना है जिस
क्या तुझे भी इश्क है? (भाग-2) भाग-2. हैण्डसम विहान मुंबई की गोरेगांव फिल्म सिटी में एक ऐड फिल्म की शूटिंग हो रही है. सेट तैयार हो चुका है जिसके बाद ऐड शूट करने के लिए मोडल को डायरेक्टर आवाज ...Read Moreहै. -मिस अदिति.. प्लीज कम हीयर.. उसने जैसे ही आवाज दी, एक बड़े से अम्ब्रेला के नीचे बैठी एक सुंदर लड़की खड़ी होती है जिसकी उम्र करीब पच्चीस साल थी. वही अदिति थी. वो खड़ी होकर उसकी तरफ आती है. उसने जूस का गिलास जिसमें से वो जूस पी रही थी को दूर रख दिया. -जी सर.. उसने मुस्काते हुए
भाग-3. अनारकली का एक्सीडेंट शिवाक्षी ने दुकान से अपने घर का सामान ले लिया था. जिसके बाद उसने एक बड़े से थेले में सामान को भरा और उसने दुकानदार से बिल माँगा- भैया, कितने हुए? -मैम, चार हजार ...Read Moreदूकानदार ने मुस्काते हुए कहा. जिसके बाद शिवाक्षी ने दो दौ हजार के नोट दुकानदार को दिए और फिर सामान को अपनी स्कूटी के पीछे रस्सी से कसकर बाँध दिया. उसने एक बार उसे हिलाकर देख लिया कि कहीं सामान गिर तो नहीं जाएगा. -हूँ अब ठीक है. मुझे पता है अनारकली तुम्हारी कमर टूट जाएगी पर मैं क्या करूँ यार?
भाग-4. सब ठीक होगा! मुंबई में विहान के फ्लैट में अँधेरा छाया हुआ है। बस लिविंग रूम का एक छोटा बल्ब जल रहा था जिसकी रौशनी उतनी ज्यादा नहीं थी. विहान लिविंग रूम के सोफे का सहारा लिए हुए ...Read Moreपर बैठा हुआ है। उसने अपनी दाहिनी तरफ एक शराब की बोतल रख रखी है और बारी-बारी से पेग बनाकर वो शराब पी रहा है। स्..साली चढ़ ही नहीं रही है, उसने बुदबुदाते हुए गिलास को एक तरफ रख दिया और उसके बाद सोफे पर से सिगरेट के पैकेट को उठाया। उसने एक सिगरेट ली और अपने दांतों में दबाई,
भाग-5. इसको समझाओ कुछ! इधर कानपुर में शाम के नौ बज चुके थे। शिवाक्षी की माँ और उसकी छोटी बहन आरोही दोनों ही उदास बैठी हैं क्योंकि वो और उसके पिताजी दोनों ही अब तक घर नहीं आये हैं। ...Read Moreने शिवाक्षी के पापा को फ़ोन करके थाने बुला लिया था। उन्होंने शॉर्ट में पूरी बात उसकी माँ को बताई थी कि सड़क पर एक्सीडेंट के बाद क्या हुआ था। जिसके बाद से ही वो इस बात से चिंतित हो गई थीं कि कहीं बहुत बड़ी परेशानी ना हो जाए। वो उन दोनों का ही इंतजार कर रही थीं कि