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बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने - Novels
by S Sinha
in
Hindi Magazine
बॉलीवुड की हिंदी फिल्मों और गानों का अटूट रिश्ता रहा है और गानों को रूप देने में संगीतकार या म्यूजिक डायरेक्टर का सर्वाधिक योगदान होता है. कुछ बहुत पुराने गाने भी संगीतकारों के चलते सदाबहार हो गए जो आज भी आजकल के गानों की तुलना में कई गुना ज्यादा लोकप्रिय हैं . जहाँ एक तरफ शंकर - जयकिशन , सचिन देव बर्मन , लक्ष्मीकान्त - प्यारेलाल , नौशाद , मदन मोहन , कल्याणजी -आनंदजी , ओम प्रकाश नैयर आदि दर्जनों संगीतकार और उनके सैकड़ों गाने उनके द्वारा बनाये धुनों के चलते अमर हो गए हैं वहीँ दूसरी ओर कुछ पुराने संगीतकार ऐसे भी हैं जो कुछ हिट गाने देने के बाद गुमनामी की दुनिया में खो गए हैं , आजकल की पीढ़ी ने न तो उनके गाने सुने होंगे न उनके संगीतकारों के नाम . यह आलेख ऐसे ही कुछ संगीतकारों , जिन्हें संगीत निर्देशक या म्यूजिक डायरेक्टर कहा जाता है, की याद में है .
बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने बॉलीवुड की हिंदी फिल्मों और गानों का अटूट रिश्ता रहा है और गानों को रूप देने में संगीतकार या म्यूजिक डायरेक्टर का सर्वाधिक योगदान होता है . कुछ बहुत पुराने ...Read Moreभी संगीतकारों के चलते सदाबहार हो गए जो आज भी आजकल के गानों की तुलना में कई गुना ज्यादा लोकप्रिय हैं . जहाँ एक तरफ शंकर - जयकिशन , सचिन देव बर्मन , लक्ष्मीकान्त - प्यारेलाल , नौशाद , मदन मोहन , कल्याणजी
Part - 2 बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने 2 3 . खेमचंद प्रकाश 1940 के दशक तक हिंदी फिल्मों के गानों में शास्त्रीय गायन की झलक स्पष्ट होती थी . खेमचंद ने अपने पिता ...Read Moreदास की अगुवाई में जयपुर के माधो सिंह द्वितीय के दरबार में संगीत और नृत्य की शिक्षा ली . इस दशक में जहाँ एक तरफ लोगों ने कुंदन लाल सहगल को पर्दे पर गाते देखा वहीँ दूसरी ओर लता मंगेशकर के पर्दे के पीछे के गानों ने पार्श्व गायन का सिलसिला आरम्भ कर धूम मचाया . 1949 की फिल्म ‘महल
Part 3 बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने 3 ...Read More 6 . शौक़त हसन देहलवी - नाशाद शौकत हसन देहलवी को बॉलीवुड में नाशाद नाम से बेहतर जाना जाता है . नाशाद अपने समय के बेहतरीन संगीतकार माने जाते थे . 1947 से 1963 तक उन्होंने करीब 29
Part 4 बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने 4 9 . बुलो सी रानी ( बुलो चांदीराम रामचंदानी ) बुलो सी रानी बॉलीवुड के एक संगीत निर्देशक थे जिन्होंने 1943 - 72 के बीच 70 ...Read Moreज्यादा फिल्मों में संगीत दिया है . हिंदी के अलावा सिंधी आदि अन्य भाषाओँ में भी उन्होंने संगीत दिए हैं . 1972 की फिल्म ‘बिजली ‘ की मशहूर कव्वाली ‘हमें तो लूट लिया मिल के हुस्न वालों ने …. ‘ उनकी एक एवरग्रीन गाना है जो आज भी लोगों का पसंदीदा गीत है . जैसा कि सर्वविदित है समय के
Part 5 बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने 5 15 . मुकुल राय बहुत कम लोगों को ज्ञात होगा की मुकुल राय सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका और गुरु दत्त की पत्नी गीता राय ( गीता दत्त ...Read Moreके भाई थे . वे एक निर्माता , गीतकार और संगीतकार थे हालांकि बहुत की कम हिंदी फिमों में मुकुल राय ने संगीत दिया है - डिटेक्टिव , सैलाब , गृहप्रवेश और भेद . हिंदी फिल्म ‘डिटेक्टिव ‘और ‘पतिता’ एवं बंगला फिल्म ‘काय हिनेर कहिनी ‘के वे निर्माता थे जबकि डिटेक्टिव के संगीतकार भी स्वयं मुकुल ही थे .