Andhere me Jugnu book and story is written by Kusum Bhatt in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Andhere me Jugnu is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
अँधेरे में जुगनू - Novels
by Kusum Bhatt
in
Hindi Short Stories
घर से निकलते समय उसने एक बार भी नहीं सोचा। तूफान का मुकाबला करने की ताकत नहीं थी उसमें। पति ने मारपीट की- बच्चों के सामने! ग्लानि हुई! रोज़-रोज़ गाली-गलौज़, मारपीट... तंग आ गयी थी। वह ऐसी ज़िन्दगी से। ऐसे जीने से तो अच्छा है कहीं ट्रेन के नीचे आ जाए या नदी-पोखर में डूब मरे। आँखों में समंदर था, खारे पाने से भरा जिसे वह जबरन रोके हुए थी। सड़क पर चलते लोगों के बीच वह तमाशा नहीं बनना चाहती थी।
घर से निकलते समय उसने एक बार भी नहीं सोचा। तूफान का मुकाबला करने की ताकत नहीं थी उसमें। पति ने मारपीट की- बच्चों के सामने! ग्लानि हुई! रोज़-रोज़ गाली-गलौज़, मारपीट... तंग आ गयी थी। वह ऐसी ज़िन्दगी से। ...Read Moreजीने से तो अच्छा है कहीं ट्रेन के नीचे आ जाए या नदी-पोखर में डूब मरे। आँखों में समंदर था, खारे पाने से भरा जिसे वह जबरन रोके हुए थी। सड़क पर चलते लोगों के बीच वह तमाशा नहीं बनना चाहती थी।
घर से निकलते समय उसने एक बार भी नहीं सोचा। तूफान का मुकाबला करने की ताकत नहीं थी उसमें। पति ने मारपीट की- बच्चों के सामने! ग्लानि हुई! रोज़-रोज़ गाली-गलौज़, मारपीट... तंग आ गयी थी। वह ऐसी ज़िन्दगी से। ...Read Moreजीने से तो अच्छा है कहीं ट्रेन के नीचे आ जाए या नदी-पोखर में डूब मरे। आँखों में समंदर था, खारे पाने से भरा जिसे वह जबरन रोके हुए थी। सड़क पर चलते लोगों के बीच वह तमाशा नहीं बनना चाहती थी।