Red Headed league book and story is written by Sir Arthur Conan Doyle in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Red Headed league is also popular in Adventure Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
रेड हेडेड लीग - Novels
by Sir Arthur Conan Doyle
in
Hindi Adventure Stories
पिछले वर्ष शरद ऋतु में मेरे दोस्त मिस्टर शेरलॉक होम्स ने मुझे बुलाया। मैंने उसे एक बुजुर्ग सज्जन, जो दिखने में मोटे-तगड़े, रक्ताभ चेहरे के, जिनके सिर के बाल लाल थे, से बातों में तल्लीन पाया। अपनी घुसपैठ के लिए माफी के साथ मैं बाहर आने ही वाला था कि होम्स ने मुझे अचानक कमरे में खींच लिया और दरवाजे को बंद कर दिया।
“प्रिय वाट्सन, तुम बेहतर समय पर नहीं आ सके” होम्स ने सौहार्दपूर्णढंग से कहा।
“मुझे डर था कि तुम व्यस्त होगे।”
“ वो तो मैं हूं। बहुत व्यस्त हूं।”
“ तो मैं दूसरे कमरे मे इंतजार करूं।”
पिछले वर्ष शरद ऋतु में मेरे दोस्त मिस्टर शेरलॉक होम्स ने मुझे बुलाया। मैंने उसे एक बुजुर्ग सज्जन, जो दिखने में मोटे-तगड़े, रक्ताभ चेहरे के, जिनके सिर के बाल लाल थे, से बातों में तल्लीन पाया। अपनी घुसपैठ के ...Read Moreमाफी के साथ मैं बाहर आने ही वाला था कि होम्स ने मुझे अचानक कमरे में खींच लिया और दरवाजे को बंद कर दिया।
“प्रिय वाट्सन, तुम बेहतर समय पर नहीं आ सके” होम्स ने सौहार्दपूर्णढंग से कहा।
“मुझे डर था कि तुम व्यस्त होगे।”
“ वो तो मैं हूं। बहुत व्यस्त हूं।”
“ तो मैं दूसरे कमरे मे इंतजार करूं।”
जैसे ही हम अंदर घुसे, उसने दरवाज़ा बंद कर दिया ताकि वह हमसे प्राइवेट बात कर सके
मेरे असिस्टेंट ने उससे कहा, ये मिस्टर जैबेज़ विल्सन हैं और ये लीग का सदस्य बनना चाहते हैं ...Read Moreऔर ये इसके लिए एकदम उपयुक्त भी हैं! उस आदमी ने उत्तर दिया इनके पास वह सब कुछ है जो हमें चाहिए मुझे याद नहीं आ रहा कि अब तक कोई इतना अच्छा उम्मीदवार मेरी नज़रों से गुजरा है वह एक कदम पीछे गया, अपना सिर एक तरफ उचकाया और मेरे बालों को इस तरह घूरने लगा कि मुझे संकोच होने लगा फिर अचानक वह तेज़ी से आगे आया, मेरा हाथ पकड़ कर घुमाया और बड़ी गर्मजोशी से मेरी सफलता पर बधाई दी
एक हंसमुख दिखने वाले क्लीन-शेवन नौजवान ने दरवाजा खोला और उसे अंदर आने को कहा
होम्स ने कहा, धन्यवाद, मुझे तो बस आपसे स्ट्रैंड का रास्ता पूछना था
असिस्टेंट ने दुकान का दरवाजा बंद करते ...Read Moreतुरंत कहा, वहाँ सामने, दाएँ से तीसरा और बाएँ से चौथा
जब हम चलने लगे तो होम्स ने कहा “वह बहुत अक्लमंद है ” उन्होंने कहा “मेरी समझ में वह लंडन का चौथा सबसे जहीन इंसान है यकीन से तो नहीं, फिर भी वह लंडन का तीसरा सबसे अक्लमंद इंसान होने का दावा भी कर सकता है मैं इससे पहले भी उसके बारे में थोड़ा-बहुत जनता हूँ ”