अमावस्या की रात थी और रात के 11 बज रहे थे । भानपुर गांव का एक तांत्रिक अपनी तात्रिकं ...
ब्लैक कार अपनी पूरी तेज रफ्तार में, खाली और काली सडक पर दौड रही थी. इंजन की गडगडाहट और ...
હા, ચાલો પંચતંત્રની વાર્તાઓને નવા યુગ (New Age) પ્રમાણે બદલીએ — જ્યાં બન્ને પાત્રો જીતી જાય અને વાર્તાનો સંદેશ ...
સવારના પાંચ વાગ્યા. આરતી આંગણું સાફ કરતી હતી. ઠંડી હવામાં એની શ્વાસોમાં થાક પણ ભળેલો હતો. મા ખાંસી રહી ...
ಸ್ಥಳ: ಕಲ್ಪವೀರ ಸಾಮ್ರಾಜ್ಯದ ಸಿಂಹಾಸನ ಭವನ ಮತ್ತು ಆಧುನಿಕ ಬೆಂಗಳೂರು ನಗರ. ಕಲ್ಪವೀರ ಸಾಮ್ರಾಜ್ಯದ ಪ್ರಧಾನ ಸಿಂಹಾಸನ ಭವನದಲ್ಲಿ, ಕಲ್ಲಿನ ಕೆತ್ತನೆಗಳು ಮತ್ತು ಮಿನುಗುವ ಚಿನ್ನದ ಕಂಬಗಳ ...
इंस्पेक्टर बृजेश। वह एक लंबा,सुंदर,ऊर्जावान और स्वस्थ अधिकारी था। उनकी उम्र तीस साल के करीब थी,लेकिन अभी तक उनकी शादी ...
2030 యెlర్ ఎపిసోడ్ 1: రుద్రమణుల రహస్యం నమస్కారం! మా తెలుగు పాఠకుల కోసం, ఈ కథ హిందీలో కూడా అందుబాటులో ఉంది. మాకు ...
बारिश की हल्की बूँदें हवेली की पुरानी दीवारों से टकरा रही थीं, जैसे कोई अतीत की गाथा गुनगुना रहा ...
Happiness (1) Pain or happiness, always smiling mom, whether night or day, always smiling mom sleeping in wet, keeping ...
महाभारत की कहानी - भाग- १ शिखंडी की कहानी और भीष्म की इच्छामृत्यु प्रस्तावना संपूर्ण महाभारत पढ़ने वाले ...
" ടി....എണിറ്റെ..." ഓ... ഈ രാവിലെ കിടന്നോട്ത് നിന്ന് എണിക്കാൻ അത് വല്ലാത്തൊരു ടാസ്ക് തന്നെയാ അല്ലെ.പിന്നെ എണിറ്റലേ പറ്റൂ . സാധാരണ സുബിഹി നിസ്കരിച്ചാൽ ...
पुराने किले में हलचल..... गामाक्ष के जाते ही सब तरफ सन्नाटा छा जाता है, , सब बेसुध इधर उधर पड़े ...
जिस दिन मनुष्य ने पहली बार भीतर झाँका — उसे दो धाराएँ दिखीं। एक श्वास के बाएँ बहती हुई, दूसरी दाएँ। और बीच ...
दो दुनियाओं का पहला टकराव मुंबई… यह शहर कभी नहीं सोता। अनगिनत सपनों को अपनी पनाह में लिए, और लाखों ...
Conflict of Emotions (The emotional conflict of a girl towards her to be born sibling) By Kotra Siva Rama ...
આ રચના સંપૂર્ણપણે કાલ્પનિક છે જેનો જીવિત કે મૃત તથા કોઈપણ ઘટના, ધર્મ, પ્રદેશ સાથે સંબંધ નથી. જો કોઈ ...
अंधेरी रात, बरसते बादल और सूनी सडक. कोने में बैठा एक फटेहाल बूढा आदमी, मैली दाढी, गंदे कपडे, हाथ ...
शाम का समय था । जानवी अपने पापा अशोक मुखर्जी से अपने पसंद के लड़के से शादी करने की ...
स्टॉकहोमच्या ग्रँड कॉन्सर्ट हॉलमधील भव्य व्यासपीठावर एक व्यक्ती उभे होते. सभोवतालचे वातावरण विजेच्या प्रवाहाप्रमाणे सळसळत होते. प्रत्येकाच्या चेहऱ्यावर कौतुक, ...
मुंबई की शाम हमेशा किसी फिल्म के सेट जैसी लगती थी. ऊँची बिल्डिंग्स की चमकती खिडकियाँ, गाडियों का लगातार ...