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आंगन में धूप की आखिरी किरण अब बुझने को थी।फूलों से ज्यादा धूल उड़ रही थी इस घर मे...
तक्ष की सच्चाई आई सामने....अब आगे........आदित्य हैरानी से पूछता है...." अननैचुरल...
પ્રેમ આરાધના.. ઉપાસના.. તપ.. તપશ્ચર્યા...ઈશ્વરનો સાક્ષાત્કાર એ પ્રેમપૂર્તિ.. સમર...
"তুই ফিরিস না… আমি আজও আগের মতোই থাকি।"মেঘলার সঙ্গে আমার প্রথম আলাপ হয়েছিল কলেজ...
Chapter 5: The soft morning sunlight streamed through the curtains as Swati tipt...
एपिसोड 1 — तेरे मेरे दरमियाँ का पहला अध्याय: “पहली टकराहट” एपिसोड 1: पहली टकराह...
भाग 10: आईने में दूसरी शक्ल(जहाँ ज़हन के आईने में… सना फिर लौटती है — लेकिन अब व...
[ આપે આગળના ભાગમાં જોયું કે વિશ્વા ગાડીમાં બેઠા બેઠા વિચારી રહી હતી. ત્...
अशोक ने अपनी कार अर्जुन के सामने रोकी:> “बैठ ।”अर्जुन बेबस बैठ गया।रास्ते में झु...
कहानी शीर्षक: "माफ़िया की पनाह में"लेखिका: InkImaginationप्रस्तावना: यह कहानी ए...
छाया आज बहुत खुश थी। वैलेंटाइन डे जो था। सुबह से ही उसने इस दिन के लिए खुद को तैयार किया था। लाल शर्ट, जींस और खुले बालों में वह आईने में खुद को देखकर मुस्कुरा रही थी। एक हाथ में ग...
रश्मि अपने घर में बैठी अपनी फैमिली के साथ खाना खा रही थी। खाना खाते समय रश्मि अपनी फैमिली से बात करते हुए हंसी मजाक कर रही थी। रश्मि अपनी फैमिली के साथ खुश थी और उसे कल का भी बे...
દોસ્તો,આજે બસમાં જવાનું થયું. મારી બાજુમાં એક બહેન બેઠા હતાં. કંઈક ગંભીર વિચારમાં હોય એવું લાગ્યું. એમની આંખો પાણી ભરતી હતી અને એ દુનિયાથી છુપાવતાં હતા. હું હજુ એમને કંઈ પૂછું એ પહ...
वाराणसी की तंग गलियों में अर्जुन का छोटा सा घर था, जहाँ वह अपनी पत्नी सुमन और छह साल के बेटे मोहन के साथ रहता था। एक साधारण मजदूर, जो सुबह काम पर जाता और शाम को दो वक्त की रोटी का...
'જય શ્રી કૃષ્ણ' વાંચક મિત્રો,આજ એક ન્યુ ધારાવાહિક નિલક્રિષ્નામાં પ્રવેશ કરવા જઇ રહી છું.વાંચક મિત્રો અહીં સુધી પહોંચવા માટે તમારો સાથ,સહકાર મને હંમેશા મળતો રહ્યો છે.અને આગ...
મને જાણવાનું ખૂબ ગમશે કે મારી માતાએ મારું નામ "ઇનોલા"(ENOLA) કેમ રાખ્યું, જે, વિરુદ્ધ રીતે, એકલા(ALONE) લખાય છે. મમ્મીને, અથવા કદાચ હજુ પણ, સાઇફરનો (સાંકેતિક ભાષા) શોખ હતો,...
अपने जन्म वर्ष 1953 से अपने जीवन की युवावस्था और दाम्पत्य तथा नौकरी शुरुआत तक की अवधि का आत्मगंधी लेखा- जोखा मैंने अपनी आत्मकथा के पहले खंड “ आमी से गोमती तक “ में दे दिया है जिसे...
पंजाबी होते, और अपने घर तथा समाज में पंजाबी बोलते हुए भी, मंजीत एक हिंदी कवि था। क्योंकि आसपास का वातावरण हिंदी भाषियों का था और उसने पढ़ाई भी हिंदी माध्यम से की थी इसलिए उसका हिंदी...
यह मेरी नई कहानी है प्लीज इसे जरुर पड़ी है और कमेंट दीजिए आपको कहानी कैसी लगी है। डिस्क्रिमिनेशन यह कहानी सिर्फ मनोरंजन के लिए लिखा गया है इसका वास्तविकता से कोई भी संबंध नहीं ह...
मैं यह कहानी दोबारा लिख रही हूँ, लेकिन इस बार बिल्कुल वैसे, जैसे मैंने इसे अपने दिल में महसूस किया था। मेरी पहले की कहानी "दिल से दिल तक: एकतरफा सफर" से यह काफी मिलती-जुलती...
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