Priyadarshan Parag Books | Novel | Stories download free pdf

हत्यारा

by Priyadarshan Parag
  • 12.3k

हत्यारा प्रियदर्शन वह जिस तरह हांफ रहा था, उससे लग रहा था कि वह बड़ी लंबी दौड़ लगाकर आया ...

सड़क पर औरतें

by Priyadarshan Parag
  • 6.1k

सड़क पर औरतें प्रियदर्शन उसे वहां से नहीं मुड़ना था। घर अगले मोड़ पर था। लेकिन वह मुड़ गई। ...

शेफाली चली गई

by Priyadarshan Parag
  • 6.4k

शेफाली चली गई प्रियदर्शन `हलो, मैं शेफाली।` आवाज़ की खनक जानी-पहचानी थी। मिलने का समय भी तय था। मिलने ...

बुलडोज़र

by Priyadarshan Parag
  • 6k

बुलडोज़र प्रियदर्शन कहानी तब शुरू हुई जब सिर्फ सात महीने पहले ली गई गाड़ी ख़राब हो गई। इंजन बिल्कुल ...

बुखार

by Priyadarshan Parag
  • 7.9k

बुखार प्रियदर्शन वह बाईस मार्च का दिन था। प्रधानमंत्री के आह्वान पर वह अपनी बालकनी पर खड़े होकर एक ...

बारिश, धुआं और दोस्त

by Priyadarshan Parag
  • 9.5k

बारिश, धुआं और दोस्त प्रियदर्शन वह कांप रही है। बारिश की बूंदें उसके छोटे से ललाट पर चमक रही ...

घर चले गंगाजी?

by Priyadarshan Parag
  • 4.9k

घर चले गंगाजी? प्रियदर्शन गंगा जी बेहद मामूली आदमी हैं- इतने मामूली कि उनकी कहानी नहीं बन सकती। इसके ...

गुलाबी बिंदु

by Priyadarshan Parag
  • 4.8k

गुलाबी बिंदु प्रियदर्शन गाजियाबाद को दिल्ली से जोड़ने वाली और एनएच-24 से जुड़ने वाली वह सड़क सन्नाटे में डूबी ...

उठते क्यों नहीं कासिम भाई?

by Priyadarshan Parag
  • 9.9k

उठते क्यों नहीं कासिम भाई? प्रियदर्शन मुर्गे की तेज़ बांग से अकचका कर उठे कासिम भाई। कमबख़्त इस महानगर ...

इस शहर में मनोहर

by Priyadarshan Parag
  • 7.7k

इस शहर में मनोहर प्रियदर्शन फणीश्वरनाथ रेणु का हीरामन अब गांव में नहीं रहता, शहर चला आया है। बैलगाड़ी ...