देश की आज़ादी के लिए ना जाने कितने अनाम या कम जाने गए स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने घर-परिवार छोड़ा ...
बॉलीवुड में राजकपूर, दिलीप कुमार और देव आनंद की प्रसिद्ध तिकड़ी के बाद राजेश खन्ना ऐसे पहले अभिनेता थे ...
आमतौर पर हर लेखक अपने आसपास के माहौल अथवा परिवेश से प्रभावित हो कर या फिर अपने देखे भाले ...
कहते हैं कि दुख, विषाद या हताशा किसी सरहद या मज़हब की ग़ुलाम नहीं होती। किसी भी देश, धर्म ...
कुछ किताबें आपको अपने पहले पन्ने..पहले पैराग्राफ़ से ही अपने मोहपाश में बाँध लेती हैं तो कुछ किताबें आपके ...
किसी चीज़ का जब आपको कोई नशा हो जाता है या आप किसी चीज़ के आदि हो जाते हैं ...
थ्रिलर, मिस्ट्री और क्राइम बेस्ड फ़िल्मों, कहानियों एवं उपन्यासों का मैं शुरू से ही दीवाना रहा। एक तरफ़ ज्वैल ...
आप सबने ये पुरानी कहावत सुनी तो होगी ही कि..'सहज पके सो मीठा होय' अर्थात किसी भी चीज़ को ...
लगभग 3 साल पहले कॉलेज के मित्रों के साथ जोधपुर और जैसलमेर घूमने के लिए जाने का प्रोग्राम बना। ...
आमतौर पर कोई भी लेखक हर उस चीज़, वाकये या अपने आसपास के माहौल में घट रही या घट ...