Raj Phulware Books | Novel | Stories download free pdf

सर्जा राजा - भाग 1

by Raj Phulware
  • 210

सर्जा राजा – भाग 1(बैलों का महान मेला – शुरुआत)लेखक राज फुलवरेअध्याय 1 – बैलों का सबसे बड़ा मेलासुबह ...

कर्म नहीं, अंतर

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  • 459

कर्म नहीं, अंतरलेखक राज फुलवरेपुराने समय की बात है। हरे-भरे खेतों, मिट्टी की सोंधी खुशबू और शांत वातावरण से ...

मदन मंजिरी

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  • 465

मदन मंजिरीएक ऐसी कहानी… जो दर्द से शुरू होकर किस्मत की मोड़ पर जाकर बदल जाती है…गाँव “निमगाव” की ...

बेज़ुबान

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  • 396

बेज़ुबानलेखक राज फुलवरेसुबह की हल्की धूप शहर की सड़कों पर बिखरने लगी थी। चाय की थड़ियों पर भाप उड़ते ...

तपस्विनी

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  • 507

तपस्विनीलेखक राज फुलवरेदिशाएँ उस दिन असामान्य रूप से शांत थीं. सूर्य ढलने को था, पर उसकी किरणें जंगल के ...

कर्मा

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  • 783

कर्मा️ लेखक राज फुलवरे---1. शहर, अंधेरा और एक ठगशहर की एक पुरानी, बिखरी हुई बस्ती। गलियों में धुएँ की ...

रात का राजा - भाग 3

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  • 657

रात का राजा भाग 3लेखक: राज फुलवरेअध्याय पाँच — उपहास और चुनौतीसूरज डूब चुका था.महल की ऊँची मीनारों पर ...

नारीशक्ति

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  • 861

नारीशक्तिलेखक राज फुलवरेसांझ ढल चुकी थी। जंगल के ऊपर हल्का-हल्का धुंध पसरा हुआ था। हवा में ठंडी सरसराहट थी ...

रात का राजा - भाग 2

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  • 951

रात का राजा भाग 2लेखक: राज फुलवरेअध्याय तीन — अमृतधारा का रहस्यरात घनी हो चली थी.बादलों के बीच से ...

अंधेरी भूख

by Raj Phulware
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  • 1.4k

अंधेरी भूख️ लेखक: राज फुलवरे---अध्याय 1 — काला घाट का नामोनिशानसंजय, शहर का साधारण लेकिन मेहनती आदमी।उसका टूर्स एंड ...