sudha jugran Books | Novel | Stories download free pdf

आने से उसके आए बहार

by sudha jugran
  • 2.4k

“आने से उसके आए बहार” पावनी और रवीना सुबह की सैर पर थीं। बचपन की दोनों सहेलियां गप्पे मारती ...

अधूरी कहानी

by sudha jugran
  • 2.8k

”अधूरी कहानी”एयरपोर्ट की सभी औपचारिकताओं को पार कर, सामान चैक-इन-कांउटर पर जमा करवाकर, चित्रलेखा के हाथ में बोर्डिंग कार्ड ...

अधिकार

by sudha jugran
  • 1.7k

“अधिकार”बस अपनी तीब्र रफ्तार से पहाड़ी रास्तों पर भागी जा रही थी. पारुल खिड़की से तेजी से पीछे छूटते ...

मूंग की खिचड़ी

by sudha jugran
  • 1.7k

”मूंग की खिचड़ी””शुभा, सो गई क्या? लो खाना खालो””खाना..?” पुलकित सी वह फटाफट रजाई फेंक, उठ खड़ी हुई, ”हाँ ...

परतें

by sudha jugran
  • 2.1k

“परतें”फोन की घंटी बजी। मां का फोन था। “हैलो मां, प्रणाम” लेकिन मां के आशीर्वाद में ही उनका सारा ...

पेंडुलम

by sudha jugran
  • 2.3k

“पेंडुलम”विद्या ने जूते हाथ में लिए, दुपट्टा गले में लपेटा और उठ कर रेत पर नंगे पांव चलने लगी। ...

मन न भये दस बीस

by sudha jugran
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“मन न भये दस बीस”आरुषि ने ट्रैक सूट पहना कटे बालों को पोनी बना कर हेयर बैंड के हवाले ...

अंधेरे में खिलता गुलाब

by sudha jugran
  • 2.2k

“अंधेरे में खिलता गुलाब”उससे शिवांगी की मुलाकात बैंक में हुई थी अपने डेविट कार्ड में आ रही परेशानी को ...