शांतनु - १४

(19)
  • 962
  • 3
  • 414

“श्योर अनु, और मैं भी वचन देता हूँ की मैं अपनी यह दोस्ती, चाहे कुछ भी हो जाये मरते दम तक निभाऊंगा ” अनुश्री का हाथ पकड़ कर शांतनु ने उसे वचन दिया “थैंक्स अ लोट शांतनु...एक बात और भी है जो मुझे आपसे बहुत दिनों से पूछनी थी ” अनुश्री ने अब शांतनु की उत्कंठा को और बढ़ा दिया अब पता नहीं अनुश्री और क्या कहने वाली है? कहीं दोस्ती के बाद वो अपने प्यार कर इज़हार तो नहीं करने वाली है? सोचते हुए शांतनु के दिल की धड़कने तेज़ होने लगी और उसने यह सब सिर्फ़ दो सेकंड्स में सोच भी लिया