ग्रहण का दान

(24)
  • 2.6k
  • 1
  • 728

“ग्रहण का दान” आर 0 के0 लाल रात चंद्रग्रहण था इसलिए आज सुबह- सुबह ही मोहल्ले की गलियों में भिक्षा मांगने वालों की तेज- तेज आवाजें आनी शुरू हो गईं थी। वे चिल्ला रहे थे " ग्रहण का दान करो, दान करो, भई दान करो, पुण्य का फायदा लो"। भिक्षा मांगने वालों में महिलाएं ही ज्यादा थीं। उनके हाथ में एक सूप भी था जिसमें लोग दान डालते हैं। लगभग सभी के साथ एक दो बच्चे भी थे जो आवाज लगाने में मदद कर रहे थे। एक भिक्षुक तो प्रवचन भी दे रहा