इस दश्‍त में एक शहर था - 10

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इस दश्‍त में एक शहर था अमिताभ मिश्र (10) शिब्‍बू भैया यानि नंबर चार यानि बापू यानि शिवानंद बहुत ही व्यवस्थित किसम के जीव रहे। और बहुत ही चतुर चालाक थे। वे पढ़ने लिखने में सामान्य पर घर की मदद के लिए उन्होंने बी काम किया और अपने बड़े भाई के साथ ए जी आफिस में नौकरी की। शर को मदद होती रही पर वे यहां नौकरी करने के बिलकुल मूड में नहीं रहे। वे लगातार विनायक भैया के भी संपर्क में रहे और उसी दौरान उन्होंने विदेश सेवा में बाबू की नौकरी कर ली। इस नौकरी के चलते वे दिल्ली