कुबेर - 16

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कुबेर डॉ. हंसा दीप 16 न्यूयॉर्क में लैंड होने के बाद दादा पूरी तरह विश्राम ही कर रहे थे। आज सुबह से उन्हें थोड़ा दर्द था सीने में। ऐसा दर्द जो आभास दे रहा था किसी ख़ास यात्रा की तैयारी का। लेकिन वे आश्वस्त थे। डीपी के रहते वहाँ जो जबान दी हुई है उसे पूरा कर पाएँगे। इस बात का भी सुकून था कि भारत के अपने जीवन-ज्योत को संभालने वाले बहुत लोग हैं। उन्होंने वहाँ की सुचारु प्रबंधन व्यवस्था के लिए समर्पित सदस्यों की समिति बना रखी है। उनकी अनुपस्थिति में नेतृत्व की कोई समस्या नहीं है। सब