संस्मरण ! मेरे जीवन की अनमोल धरोहर

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संस्मरण ! मेरे जीवन की अनमोल धरोहर अन्नदा पाटनी जीवन की लंबी यात्रा में विभिन्न पड़ावों की अहम् भूमिका रहती है ।हर पड़ाव पर घटनाओं का क्रम ऐसे ऐसे नज़ारे दिखाता है कि मानस पटल पर स्मृतियों की गहरी रेखाएँ अंकित हो जाती हैं ।सुख दुख के रंगों से खींची गई ये रेखाएँ मन को कभी उल्लसित कर जाती हैं तो कभी उद्वेलित कर जाती हैं ।यद्यपि जीवनआगे बढ़ता चलता रहता है परंतु समय समय पर ये स्मृतियाँ उभर करअपने अस्तित्व का भान कराती रहती हैंगर अविस्मरणीय संस्मरणों के रूप में जीवन का अभिन्न अंग बन जाती हैं ।संस्मरणों के