फिर मिलेंगे... कहानी - एक महामारी से लॉक डाउन तक - 8

  • 5.5k
  • 1.6k

कुछ दिन बाद बैंक में ....“अरे आप लोग प्लीज ऐसे भीड़ ना लगाएं, सबका काम होगा” मोहित ने बैंक में जमा भीड़ से कहा | भीड़ में से एक शख्स गुस्से में बोला, “साहब जी.. आपको क्या है? आप तो आराम से बैठे हो यहां तो खाने के पैसे नहीं है, अभी आप बोलोगे कि टाइम पूरा हो गया” | भीड़ उस युवक के समर्थन में उतर आई और लोग चिल्लाने लगे | मोहित - “अरे आप परेशान मत हो, सरकार हर जरूरतमंद तक सहायता पहुंचाने की कोशिश तो कर रही है ,बस आप लोग हिम्मत मत हारो और सहयोग करो,