इंतज़ार... की हद्द - 1

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हरिदास ध्यान से समाचार सुन रहा होता है, विदेश की, ख़बर की आवाज़ सुनकर कुसुम सब्जी काटना छोड़, खिड़की से ख़बर पर कान गड़ा लेती है। ख़बर सुनते- सुनते वह अचानक पूजा घर की तरफ दौड़ती है, उसकी आँखों में ढ़ेर सारी चमक आस लिए अनेक अभिलाषाएं चंद मिनटों में जन्म ले लेती हैं, और सीधे पूजा घर के दरवाज़े पर ही रूकती है। "अम्मा, अम्मा सरकार, ने विदेश में फसे लोगों के आगमन का समय बढ़ा दिया है। " कुसुम खुशी के मारे बोल नहीं पा रही होती है। रामप्यारी देवी (अम्मा ) पूजा की घंटी रोक के, बात को गौर