बडी प्रतिमा - 9

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बडी प्रतिमा (9.) दोपहर बाद हाॅस्टल में जयलक्ष्मी मैम, फजली सर और कुमुद मैम के साथ एक मौलाना आए । वे कोई पीर फकीर नहीं, बल्कि फजली सर के फुफेरे भाई ही थे ।अभिनय के बडे पक्के निकले वे । इतना बडा गेम प्लान करने के लिए सरोज शर्मा की सहमति आवश्यक थी। काफी मशक्कत के बाद फजली सर उनको योजना में शामिल करने में सफल रहे थे। मौलाना ने आते ही बरामदे में एक जगह झाडू लगवाई, पानी का छिडकाव करवाया। फिर एक दरी बिछवाकर उस पर बैठ गए। अपने सामने एक शीशा रखा । मोरपंख का गट्ठर और