होने से न होने तक - 45

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होने से न होने तक 45. हम लोग समय को लेकर बेहद अधीर हो रहे हैं पर किसी को धक्का दे कर तो जल्दी करने को कहा नहीं जा सकता है फिर भी एक बार पुनः अपना अनुरोध दोहरा कर हम लोग उठ खड़े हुए थे। वहॉ से हम तीनो सीधे आई.सी.पी.आर. की लाइब्रेरी पहुंच थे और वहॉ के डायरैक्टर से मिले थे और एक बार पूरी कहानी फिर से दोहरायी थी। वे भी हॅसे थे जैसे विद्यालय का मज़ाक उड़ा रहे हों। वे तुरंत उठे थे और एक फाइल निकाल लाए थे। पुस्तकालय को लेकर हरियाणा और पंजाब हाइकोर्ट