कर्म पथ पर - 69

  • 5.5k
  • 1
  • 1.4k

कर्म पथ पर Chapter 69 श्यामलाल भी अपने कमरे में सोने चले गए थे। पर अब उनकी आँखों से नींद गायब हो चुकी थी। इतने दिनों बाद बेटा घर लौटा था तो इस मनःस्थिति में। जय को इस हालत में देखकर उनका कलेजा फट गया था।वह अभी तक जय से कोई बात ही नहीं कर पाए थे। उससे यह भी नहीं पूँछ पाए कि ‌इतने दिनों तक कहाँ थे ? इस बूढ़े बाप की ज़रा भी याद नहीं आई। लेकिन जय