गूगल बॉय - 16

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गूगल बॉय (रक्तदान जागृति का किशोर उपन्यास) मधुकांत खण्ड - 16 आख़िर वह दिन भी आ ही गया जब गोपाल जी के जन्मोत्सव पर विशाल रक्तदान शिविर आयोजित हुआ। एक ओर सभी आगंतुकों के लिये प्रसाद तैयार किया जा रहा था। मन्दिर परिसर में अलग-अलग स्थानों पर तीन टीमों द्वारा रक्त एकत्रित किया जा रहा था। मुख्य मन्दिर के सामने अतिथियों को तथा रक्तदाताओं को सम्मानित किया जा रहा था। अनेक नये लोग प्रथम बार रक्तदान करने आये। बीच-बीच में बाँके बिहारी जी का जय-जयकार किया जा रहा था। मन्दिर के दोनों पुजारी तो भाग-भाग कर काम कर रहे थे।