नया सबेरा

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नया सबेरा हाॅस्पिटल के आपातकालीन कक्ष में प्रवेश करते ही स्नेहा ने वहां मौजूद नर्स को अपना परिचय देते हुए कहा, ‘‘सिस्टर, मेरा नाम स्नेहा है। मैं एक दैनिक समाचार-पत्र के लिए बतौर पत्रकार काम करती हूं और मैं यहां आपकी पेसेंट दीप्ती से मिलने आयी हूं।’’ ‘‘लेकिन मुझे किसी से नहीं मिलना है, सिस्टर प्लीज, इनसे कह दीजिए, यह यहां से चली जायें।’’ दीप्ती जो स्नेहा की बात सुन रही थी, ने कहा और खुद को चादर में ढांप कर दूसरी तरफ करबट बदलकर लेट गयी। अपने प्रति दीप्ती के इस रूखे व्यवहार को देखकर स्नेहा जरा भी विचलित