नविता की कलम से... - 5 - एक रात - प्रकृति के साथ

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?? ???? ??मैं इस प्रकृति के नज़ारो मे खोना चाहती हूँ ,अनजानी जगहों पर रुक कर,उन् की ख़ूबसूरती को तलाशना चाहती हूँ lतितली को पकड़ने के लिए जंगल मे भागना चाहती हूँ ,सूरज का निकलना और छिपना ,कभी किसी पहाड़ी की चोटी से ,तो कभी पेड़ के पीछे से,निकलता देखना चाहती हूँ lनदी के पास घंटो बिताना चाहती हूँ ,बालों से खेलती हवा को महसूस करना चाहती हूँ ,बादलो से ढ़के पहाड़ और सागर के साथ ,कुछ यादें बनाना चाहती हूँ l मैं खुद को जिन्दा महसूस करना चाहती हूँ ,मैं खुद को महसूस करना चाहती हूँ lकरूं में जंगल मे कैंपिंग