झंझावात में चिड़िया - 5

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खेल की दुनिया अजब - गजब है। ये युवाओं की दुनिया है। और इंसान की ज़िंदगी में जवानी कब आती है कब जाती है, कोई नहीं जानता। प्रकाश पादुकोण जैसे महान खिलाड़ी भी उम्र का पैंतीसवा साल जाते - जाते ये सोचने लगे कि अब नई कोंपलों को जगह देनी चाहिए। खेल के मैदान में तो सपनों और उम्मीदों से लबरेज़ युवा ही चहकते हुए अच्छे लगते हैं। सक्रिय खेल जीवन से संन्यास ले लेने की बात अब इस लीजेंड बन चुके शख़्स के दिमाग़ में भी आने लगी। अब पारिवारिक जिम्मेदारियां भी उनके वक्त की मांग करती थीं। दुनिया