उर्वशी और पुरुरवा एक प्रेम कथा - 13

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उर्वशी और पुरुरवा एक प्रेम-कथा भाग 13मानवक ने महाराज पुरुरवा का संदेश रानी औशीनरी को सुना दिया। रानी औशीनरी को अंदेशा था कि महाराज अभी भी उर्वशी के रूप के जाल में उलझे हुए हैं। अतः वह अभी गंधमदान पर्वत से नहीं लौटेंगे। उन्होंने कहला दिया कि महारानी स्वयं राज्य संचालन की ज़िम्मेदारी संभाल लें। अब तो तय था कि महाराज पुरुरवा का जल्दी वापस लौटने का