पांडे जी की सायकिल (व्यंग्य कथा)

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पांडे जी की सायकिल (व्यंग्य कथा) अब साहब आपका पूछना जायज ही होगा कि पांडे जी कौन ? आपने पूछ ही लिया है तो हम बताएं देते है। पांडे जी हमारे शहर की कोई नामचीन हस्ती तो है नहीं। दुबली सी काया के मालिक, कभी पेंट शर्ट तो कभी पजामा कुर्ते में शहर में दिखाई दे जाते है। उनकी खासियत यह है कि वे कभी अकेले नही होते। उनके साथ हमेशा ही उनकी सुख-दुःख की साथी ......सायकिल होती है। उनकी सायकिल उनकी दिलरूबा है, प्रेमिका है और प्रयशी भी है। मजाल है उनकी सायकिल पर एक किचड़ का