परिचय या पहचान पत्र (व्यंग्य)

  • 5.4k
  • 1.1k

परिचय या पहचान पत्र एक दिन बेचारे शर्मा जी से हमारी मुलाकत एक चैराहे पर हो गई। बेचारे वो... और उनकी बेचारगी का कारण यह है कि वे इस युग में भी सभी काम नियमानुसार करने पर विश्वास रखते है। उनके जैसे लोगों को आजकल लोग दकियानूस, लकीर का फकीर और ना जाने किन-किन नामों से बुलाते है। शर्मा जी खाते-पीते विभाग में शासकीय सेवक है परंतु उन्हे कोई पसंद नहीं करता। लोग उन्हे पसंद करें भी तो क्यो ? जिस विभाग में चपरासी तक कार से चलने की स्थिति में हो, वहाॅ शर्मा जी