पाक स्थान (व्यंग्य)

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पाक स्थान (व्यंग्य) आपने शीर्षक तो ध्यान से पढा है न ? यहाँ हम अपने उस पडोसी की बात नहीं कर रहे है जिसे लाख कोशिशों के बाद भी हम बदल नही सके । हमारा पडोसी पाकिस्तान हमेशा ही हमें अपने दिल में सजाए रखता है । उसके लिए हम इतने महत्वपूर्ण है कि वो जान जाए जलेबी खाए को चरितार्थ करते हुए हमेषा ही घुसपैठ की कोशिश में लगा रहता है अब इसमें उसके कुछ लोग मरते है तो मरते रहे । हमारे इस पडोसी को जब मन आए दीवाली मनाने लगता है । हम हैं कि अपने