स्त्री.... - (भाग-26)

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स्त्री........(भाग -26)काम के वक्त सिर्फ काम ही याद रहता है। थोड़ा आराम करने बैठो या खाली समय मिल जाए तो दिल कभी गाँव तो कभी पुरानी बातों की तरफ चला जाता है। अब पिताजी से कभी कभार फोन पर बात कर ही लेती थी। पिताजी रिटायर होने वाले थे और उसके बाद राजन की जहाँ नौकरी होगी, वो लोग वहाँ चले जाएँगे, पर वक्त का कोई भरोसा नहीं। ज्यादातर लड़कियों को सास ससुर के साथ अब रहना पसंद नहीं आता, ये कामिनी को देख कर समझा। यह बात और है कि गाँवों में लोग ससुराल भरा पूरा पसंद करते थे.......चलन