माँ का प्रसाद

  • 4.4k
  • 1.5k

एक महीने की छुट्टी पर अर्जुन अपने गृह शहर पटना आया था। भारतीय सेना का वह एक जांबाज सिपाही था और उसकी पोस्टिंग लेह लद्दाख में थी। संयुक्त परिवार वाला उसका घर, जिसमें पत्‍‌नी, दो बेटियां, बूढ़ी माँ और छोटे भाई का परिवार रहता था। पिछले ही साल पिता की मृत्यु हो गयी थी जो अपने पीछे भरा-पूरा परिवार, एक बड़ा आलीशान मकान और कुछ जमीन-जायदाद छोड़ कर गए थें। सभी उन्हीं के बनाए मकान में रहते थें। छोटा भाई विरेंद्र पटना मे ही एक सरकारी स्कूल का शिक्षक था और उसे एक बेटा और एक बेटी थी। विमला, अर्जुन