14 फरवरी 2019

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पीली-पीली सरसों के खेतों के बीच भागती सुनीता माँ- बापू को आवाज़ें लगा रही थी। "अम्मा-अम्मा फोन आया है भाई का फोन आया है।" सावित्री खेतों में काम करते हुए हंसिया से खरपतवार हटा रही थी। बेटी की आवाज़ कानों में जाते ही सावित्री काम छोड़कर खड़ी हो गई। "क्या हुआ लड़की? क्यों आसमान सिर पर उठा रही है?"अपनी अम्मा की दोनों बाहों को पकड़ कर सुनीता उसे गोल-गोल घुमाने लगी। "अम्मा बूझो तो सही, क्या खबर लाई हूँ?" " अरी छोड़ लड़की चक्कर आ रहे हैं। "सावित्री अपना सिर पकड़कर वहीं जमीन पर बैठ गई। " अम्मा बापू कहाँ है। "" उधर चारपाई पर बैठे